गुरबाणी व 5वें पातशाह के विरुद्ध बोलने वाले नारायण दास को कड़ी सजा दे सरकार : लौंगोवाल

punjabkesari.in Thursday, May 17, 2018 - 02:24 PM (IST)

अमृतसर(स.ह.): श्री गुरु ग्रंथ साहब जी सिखों के जगत ज्योति गुरु हैं और इसमें दर्ज पवित्र गुरबाणी की प्रमाणिकता पर किंतु करने का किसी को अधिकार नहीं है। गुरबाणी, गुरमति सिद्धांतों और सिख परंपराओं पर जानबूझ कर किंतु परंतु करने वाले लोग सिख समुदाय के साथ-साथ देश के भी दुश्मन हैं। यह शब्द शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर के प्रधान भाई गोबिन्द सिंह लौंगोवाल ने नारायणदास नाम के व्यक्ति की ओर से एक वीडियो के द्वारा पवित्र गुरबाणी और 5वें पातशाह श्री गुरु अर्जुन देव जी खिलाफ की मनघडंत बयानबाजी के विरोध में कहे।

 

उन्होंने कहा कि नारायण दास की ओर से 5वें पातशाह पर भक्त साहिबान की वाणी बदलने का आरोप गुरु साहब और गुरबाणी की तौहीन है, जिसके साथ सिखों की धार्मिक भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है। ऐसा करके उसने सिखों और भक्तों के पैरोकारों में आपसी गलत फहमियां पैदा करने की कोशिश की है। भाई लौंगोवाल ने कहा कि गुरु साहब ने तो भक्तों और भाटों की पवित्र वाणी को श्री गुरु ग्रंथ साहब में सम्मान का स्थान देकर मानवीय समानता की मिसाल कायम की परन्तु नारायण दास जैसे लोग मानवता को बांटने के लिए चालें चल रहे हैं।

 

शिरोमणि कमेटी प्रधान ने सरकार से अपील की कि धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले लोगों के साथ सख्ती से निपटा जाए। इस दौरान शिरोमणि कमेटी प्रधान भाई गोबिन्द सिंह लौंगोवाल की ओर से मुख्य सचिव डा. रूप सिंह, सचिव मनजीत सिंह बाठ, अतिरिक्त सचिव बलविन्दर सिंह जौड़ासिंघा, उप-सचिव सकत्तर सिंह, श्री दरबार साहब के मैनेजर जसविन्दर सिंह दीनपुर और मुख्यतार सिंह ने अमृतसर के पुलिस कमिश्नर एस.एस. श्रीवास्तव के नाम लिखित शिकायत अमरीक सिंह डी.सी.पी. अमृतसर को देकर नारायण दास के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। 

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