532 किलो ग्राम हैरोइन तस्करी में पुराने हिस्ट्रीशीटर चला रहे नैटवर्क

punjabkesari.in Monday, Jul 22, 2019 - 09:37 AM (IST)

अमृतसर(नीरज): आई.सी.पी. अटारी बार्डर पर पाकिस्तान से आयातित नमक से 532 किलो हैरोइन व 52 किलो मिक्सड नारकोटिक्स पकड़े जाने के मामले में कस्टम विभाग की तरफ से की जा रही सख्त जांच के बाद बौखलाए हैरोइन तस्करों के आका विभाग की जांच में अडंगा डालने का प्रयास कर रहे हैं। जेल में बंद नमक व्यापारी गुरपिन्द्र सिंह की रहस्यमयी परिस्थितियों में हुुई मौत ने इस बात के शक को और ज्यादा यकीन में बदल दिया है। 

इस प्रकार से कस्टम विभाग की जांच टीम इस मामले में मोस्टवांटेड रणजीत सिंह उर्फ चीता की संपत्तियों को सील कर रही है, ऐसा पंजाब में बहुत कम देखने को मिला है। बेशक पंजाब पुलिस की तरफ से भी कई नामी तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन तस्करों की संपत्तियों को सील करने का जो सही काम कस्टम विभाग कर रहा है, वैसा कभी पुलिस ने नहीं किया है आने वाले दिनों में कस्टम विभाग इन संपत्तियों को अटैच भी कर सकता है और कोफेपूसा जैसे सख्त कानून को भी तस्करों पर लागू कर सकता है, लेकिन पुलिस पता नहीं क्यों इस प्रकार की सख्त कार्रवाई नहीं करती है ।

तस्करों को गिरफ्तार करके जेल भेजने तक ही सीमित रहती है, जबकि तस्कर जेल जाने के बाद अन्दर से ही अपना नैटवर्क चलाते रहते हैं और उनके हौंसले बढ़ते जाते हैं, जिस प्रकार से कस्टम विभाग तस्करों की संपत्तियों को सील कर रहा है उससे अन्य तस्करों में भी बौखलाहट का माहौल बन चुका है, क्योंकि सीमावर्ती जिलों में कई ऐसे नामी तस्कर हैं, जिन्होंने हैरोइन तस्करी से बनाई ड्रग मनी से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान व यू.पी. जैसे राज्यों में करोड़ों रुपयों की बेनामी संपत्ति बना रखी है।

553 किलोमीटर लंबी बार्डर फैंसिंग पर नहीं हो रही हलचल
हैरोइन तस्करी के मामलों में जहां आई.सी.पी. अटारी पर अब तक की सबसे बड़ी हैरोइन की खेप पकड़े जाने के बाद हर कोई हैरान है तो वहीं दूसरी तरफ पंजाब के पाकिस्तान से सटे 553 किलोमीटर लंबी बार्डर फैंसिंग पर कोई हलचल नहीं हो रही है। पिछले वर्ष के आंकड़ों की तुलना इस वर्ष अभी तक जनवरी से जुलाई तक सिर्फ 70 किलो हैरोइन ही बी.एस.एफ. की तरफ 
से पकड़ी गई है।

2007 से है चीता हैरोइन तस्करी में संलिप्त
पाकिस्तानी नमक की खेप 532 किलो हैरोइन तस्करी का मामला हो या फिर अन्य मामले सुरक्षा एजैंसियों की जांच में साबित हो चुका है कि हैरोइन स्मगङ्क्षलग के पुराने हिस्ट्रीशीटर ही हैरोइन तस्करी का नैटवर्क चला रहे हैं। आई.सी.पी. पर हैरोइन तस्करी के मामले का मास्टमाइंड रणजीत सिंह चीता वर्ष 2007 से हैरोइन तस्करी में संलिप्त है, ट्रांसपोर्टर जसबीर सिंह हिस्ट्रीशीटर है, इकबाल सिंह व मुखतार सिंह हिस्ट्रीशीटर हैं, चीते की बेनामी संपतियों को संभालने वाली संदीप कौर का पति व ससुर भी हिस्ट्रीशीटर हैं। गांव हवेलियां के कुछ अन्य संदिग्ध भी हैरोइन तस्करी में हिस्ट्रीशीटर हैं जो जेल में रहकर अपने गैंग का विस्तार कर लेते हैं और जमानत पर आते ही हैरोइन की सप्लाई करना शुरु कर देते हैं।

हैरोइन तस्करी की बड़ी घटनाओं से सिद्धू फिर बने एस.टी.एफ. चीफ

30 जून को आई.सी.पी, अटारी बार्डर पर 532 किलो हैरोइन व 52 किलो मिक्सड नॉरकोटिक्स पकड़े जाने का मामला जैसे ही सामने आया तो सभी सुरक्षा एजैंसियों के होश ठिकाने नहीं रहे पंजाब में नशे का सफाया करने वाली कैप्टन सरकार भी सकते में आ गई और हालात यह बन गए कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को पंजाब पुलिस के सबसे इमानदार अधिकारियों में से एक हरप्रीत सिंह सिद्धू को दोबारा एस.टी.एफ. चीफ तैनात करना पड़ा अभी दो दिन पहले ही सिद्धू को एस.टी.एफ. चीफ बनाया गया है। सिद्धू को कांग्रेस सरकार के सत्ता में आते एस.टी.एफ. का चीफ बनाया गया था और उन्होंने न सिर्फ बड़े तस्करों को पकड़ा, बल्कि पंजाब पुलिस के उन भ्रष्ट अधिकारियोंको भी सलाखों के पीछे भेजा, जो हैरोइन तस्करी के काम में संलिप्त थे या फिर तस्करों को छत्रछाया दे रहे थे। सिद्धू की तैनाती के बाद भी तस्करों में भय का माहौल पैदा हो गया है। 

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