कश्मीर घाटी में 65 से 70 प्रतिशत छात्र व 25  प्रतिशत छात्राएं नशीले पदार्थों की चपेट में

punjabkesari.in Saturday, Mar 16, 2019 - 04:03 PM (IST)

अमृतसर(कक्कड़): विगत लम्बे समय से कश्मीर घाटी में हजारों की संख्या में लोग पत्थरबाजी जैसे अपराध के साथ जुड़ चुके हैं। इनमें से ज्यादातर संख्या विद्यार्थी वर्ग की है, जिस वर्ग को पत्थरबाजी करवाने वाले आकाओं ने नशे की लत लगा दी है, कश्मीर के लड़के-लड़कियों में मादक पदार्थों का सेवन तेजी से बढ़ता जा रहा है। जानकारी के अनुसार इस समय कश्मीर घाटी में करीब 65 से 70 प्रतिशत तक छात्र और 25 प्रतिशत छात्राएं नशीले पदार्थों की चपेट में हैं।

सूत्रों के अनुसार विगत 10 वर्षों में इन आंकड़ों में बहुत ज्यादा वृद्धि हुई है क्योंकि कश्मीर में अफीम की खेती में लगातार बढ़ौतरी हो रही है। अफगानिस्तान और अफ्रीका की तरह कश्मीर का इस्लामी जेहादी वर्ग अफीम और उसके उत्पादों से रकम जुटाने और युवाओं को आकॢषत करने का बड़ा स्रोत मान रहे हैं। इसी से पता चलता है कि दक्षिण कश्मीर में अफीम की खेती में क्यों लगातार वृद्धि की जा रही है। पता चला है कि अफीम की खेती सेब की हजारों एकड़ भूमि के बागानों के बीच तथा दूसरी फसलों के बीच चोरी-छिपे की जाती है।

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