लौंगोवाल ने किया जोधपुर जेल कैदी सहायता सैल स्थापित करने का ऐलान

punjabkesari.in Monday, Jun 25, 2018 - 12:58 PM (IST)

लुधियाना/अमृतसर(दीपक, ममता): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गोङ्क्षबद सिंह लौंगोवाल ने कहा कि शिरोमणि कमेटी जोधपुर जेल में बंदी रहे सिखों की सहायता के लिए वचनबद्ध है और यदि जरूरत पड़ी तो उनको मुआवजे संबंधी केस के लिए कानूनी सहायता भी दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने जोधपुर जेल कैदी सहायता सैल स्थापित करने का ऐलान भी किया। भाई लौंगोवाल ने कहा कि शिरोमणि कमेटी पहले भी जोधपुर जेल में नजरबंद रहे सिखों के साथ खड़ी थी और आगे भी रहेगी।

उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक सब-कमेटी भी बना दी गई है जिसमें कार्यकारिणी सदस्य भगवंत सिंह स्यालका, गुरचरन सिंह और अतिरिक्त सचिव जगजीत सिंह को शामिल किया गया है। इसके अलावा इनके मामलों की पैरवी के लिए शिरोमणि कमेटी की ओर से स्थापित किए जाने वाले विशेष सैल में शिरोमणि कमेटी के कानूनी सलाहकार प्रितपाल सिंह, ट्रस्ट विभाग के इंचार्ज, गुरदर्शन सिंह पूर्व अतिरिक्त सचिव और हरदीप सिंह घुंगराली पूर्व कर्मचारी शिरोमणि कमेटी सेवाएं निभाएंगें। उन्होंने जोधपुर में जेल में रह चुके सिखों से अपील की कि वे अपनी मुकम्मल जानकारी शिरोमणि कमेटी के पास पहुंचाएं ताकि उनकी सहायता की जा सके।

उन्होंने कहा कि जून 1984 दौरान 365 सिखों को गिरफ्तार करके जोधपुर जेल में नजरबंद कर दिया गया था परंतु इनमें केवल 40 सिंहों को अमृतसर की सैशन कोर्ट ने केंद्र सरकार को मुआवजा देने का आदेश किया है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी सभी को मुआवज़ा दिलाने के लिए प्रयत्न करेगी। केंद्र सरकार की ओर से अमृतसर की अदालत के फैसले के विरुद्ध हाई कोर्ट में अपील मामले पर लौंगोवाल ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और शिरोमणि अकाली दल के एक सांझे प्रतिनिधिमंडल की ओर से राजनाथ सिंह के साथ मुलाकात करके उनको यह केस वापस लेने की अपील की जा चुकी है और उनको पूरी आशा है कि इस मामले का वह जल्दी ही हल निकालेंगे। उन्होंने इस बात की भी वचनबद्धता दोहराई कि यदि केंद्रीय गृह मंत्री को दोबारा मिलने की जरूरत पड़ी तो शिरोमणि कमेटी पीछे नहीं हटेगी।

लौंगोवाल ने कहा कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलाकात के समय अलग-अलग सिख मसले उठाए गए थे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को शिरोमणि कमेटी की ओर से श्री गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब पाकिस्तान तक डेरा बाबा नानक से खुला रास्ता देने, सिख रैंफ्रैंस पुस्तकालय का जून 1984 दौरान लूटा 

खजाना वापस करने, सजा पूरी कर चुके बंदी सिंहों की रिहाई करने, जम्मू-कश्मीर में सिखों को अल्पसंख्यक दर्जा देने, सिक्किम स्थित गुरुद्वारा गुरु डांगमार का मसला हल करने के अलावा शिलांग में सिखों की समस्याओं के हल के लिए अपील की गई थी। लौंगोवाल के अनुसार इन मसलों को हल करने संबंधी प्रधानमंत्री मोदी ने सकारात्मक रूप से स्वीकृति दी। इस मौके पर शिरोमणि कमेटी मैंबर मनजीत सिंह, अजायब सिंह, अतिरिक्त सविच दिलजीत सिंह, जगजीत सिंह, मैनेजर जसविन्द्र सिंह, दर्शन सिंह पी.ए. आदि मौजूद थे।

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