हमलों के चलते 30 हजार से अधिक सिख पेशावर छोड़ने के हुए मजबूर

punjabkesari.in Thursday, Jun 14, 2018 - 08:30 AM (IST)

अमृतसर (कक्कड़): पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यक वर्ग वहां बद से बदतर जिंदगी जी रहे हैं, विशेष तौर पर पाक के हिन्दू समुदाय के सामने अनेक प्रकार की मुश्किलें हैं। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यक सिख भाईचारे को भी वहां अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है । पाक के जिन शहरों में ये सिख परिवार रहते थे वहां के हालात के चलते वे पलायन कर अन्य शहरों में जाने को मजबूर हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार पाक में इस्लामिक चरमपंथियों से परेशान होकर पेशावर से 30 हजार से अधिक सिख पाकिस्तान के दूसरे शहरों में चले गए हैं।  
 

पता चला है कि पाक में आए दिन सिखों पर हमले होने की घटनाएं बढ़ गई हैं। कुछ दिन पहले वहां चरणजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जो कि करियाने की दुकान चलाकर परिवार का पेट भरते थे। पाकिस्तान सिख परिषद के एक वक्ता ने कहा है कि पाक में सिख समुदाय को मिटाया जा रहा है क्योंकि ये अलग दिखते हैं।  वहीं समुदाय के कुछ लोगों का कहना है कि तालिबान संगठन सिख विरोधी गतिविधियों में ज्यादा सक्रिय हैं । पगड़ी होने के कारण सिख वर्ग के लोग आसानी से हमलावरों की पहचान में आ जाते हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि सिखों ने बाल कटवाने भी शुरू कर दिए हैं । पगड़ी पहनने से भी बच रहे हैं। इतना ही नहीं, पाक मीडिया का भी कहना है कि पाकिस्तानी सरकार सिखों का समर्थन करने और उनकी सुरक्षा की ओर ध्यान नहीं दे रही है।

 

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