गरीबों के मकानों पर कार्रवाई, अमीर नजरअंदाज

punjabkesari.in Monday, Nov 12, 2018 - 11:03 AM (IST)

अमृतसर (वड़ैच): नगर निगम एम.टी.पी. विभाग की घटिया कारगुजारी के चलते निर्माणों का बोलबाला है। अधिकारियों की मिलीभगत के चलते सदियों पुराने शहर की ऐतिहासिक चारदीवारी तोड़ी जा रही हैं और कानून की परवाह किए बगैर ऐतिहासिक चारदीवारी को तोड़ कर लोहे के शटर लगाए जा रहे हैं। एम.टी.पी.विभाग के अधिकारी क्यों खामोश रहते हैं, यह सब को पता है। हालांकि लोगों द्वारा चुने गए प्रतिनिधि पार्षद हाऊस की बैठकों दौरान अनेक बार एम.टी.पी., ए.टी.पी. अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए पर्दाफाश कर चुके हैं। 

मेयर करमजीत सिंह रिंटू व कमिश्नर सोनाली गिरि शहर की ऐतिहासिक दीवार को मलियामेट करवाने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं या बचाव करते हैं। यह आने वाले दिनों में जगजाहिर हो जाएगा। गेट हकीम के साथ करीब 3 वर्षों से आगे की दीवारें अधिकारियों की मिलीभगत के साथ तोड़ी जा रही हैं। यहां तक कि कानून की धज्जियां उड़ाते हुए बस स्टैंड के लिए बनाई जगह के साथ सरकारी तौर पर बनाया बाथरूम तोड़ दिया गया है। पिछले दिनों पहले एक दुकान के शटर के आगे की दीवार तोड़ी गई, फिर दूसरे स्टर आगे की दीवार तोड़ दी गई अब तीसरी दुकान के आगे के बाथरूम को तोड़ देने के बाद बस स्टैंड का एक हिस्सा तोडऩे के सपने सजाए जाने के आसार नजर आ रहे हैं।

यानि गरीबों के मकानों पर कार्रवाई की जा रही है और अमीरों को नदरअंदाज किया जा रहा है। वहीं नगर निगम की एम.टी.पी.विभाग की कार्रवाई शक के घेरे में भी आ गई है।महाराजा रणजीत सिंह की तरफ से पुराने शहर की हदबंदी के लिए बनाए गए 12 दरवाजों को जोड़ती ऐतिहासिक दीवार को न बचाया गया तो इतिहास आने वाली पीढिय़ों के लिए स्वप्न बनकर रह जाएगा। अधिकारियों की मिलीभगत के राज भी कागजों में गुम हो सकते हैं। आम क्षेत्रों में गरीबों की कुल्लियों पर कार्रवाई की जाती है और बहुमंजिलां इमारतें व होटल नजरअंदाज हो रहे हैं।

कानून नहीं देता इजाजत
अंदरूनी शहर की लाल चारदीवारी के साथ छेड़छाड़ करने की कानून इजाजत नहीं देता है। नामवर निजी अस्पताल सहित कई अन्य लोगों की तरफ से दीवार के साथ छेड़छाड़ करने के उपरांत एफ.आई.आर. भी दर्ज की गई और लिखित बयान भी दर्ज किए गए, परन्तु भ्रष्टाचार के चलते कई जगह पर दीवारों को तोड़ कर गेट शटर लगाए जा चुके हैं। इसके पीछे राजनीतिक शह है या अधिकारी-कर्मचारी भ्रष्टाचार की चपेट में आ चुके हैं।

हजारों से करोड़ों बढ़ जाता है रेट
शहर की चारदीवारी के अंदर वाली सड़क पर अगर जायदाद का प्रति फुट रेट हजारों हैं तो दीवार तोड़ कर मेन सड़क की तरफ दुकानों को खोलने के उपरांत रेट 4 से 5 गुना बढ़ जाते हैं। जिसे लेकर ज्यादातर लोग इस अलगाव में हैं कि उनकी जायदादों के रास्ते मुख्य सड़क की तरफ हो जाएं इसलिए वे लाखों रुपए 2 नंबर में देने के लिए भी तैयार हैं।

बिल्डिंग इंस्पैक्टर की लगाई है ड्यूटी : ए.टी.पी.

एम.टी.पी., आई.पी.एस. रंधावा अधीन काम कर रहे ए.टी.पी. परमिन्द्र सिंह के कार्य क्षेत्रों में कई गैर कानूनी इमारतों का निर्माण और ऐतिहासिक दीवार के साथ छेड़छाड़ के मामले सामने आ रहे हैं। दुकान के आगे दीवार तोड़ कर कानून की उड़ रही धज्जियों के संबंध में पल्ला झाड़ते हुए ए.टी.पी. परमिन्द्र सिंह ने कहा कि इस संबंधी बिल्डिंग इंस्पैक्टर मलकियत सिंह की ड्यूटी लगाई गई है। अब देखना यह है कि एम.टी.पी. और ए.टी.पी. गलत काम करने वालों के खिलाफ क्या और कब कार्रवाई करते हैं।

एम.टी.पी. विभाग ने नहीं किया सूचित : सुशांत 

निगम के एस्टेट अधिकारी सुशांत भाटिया ने कहा कि ऐतिहासिक दीवार के साथ छेड़छाड़ करते इमारत के रास्ते खोलने के खिलाफ कार्रवाई करना ए.टी.पी. विभाग का काम है। उसके बाद एम.टी.पी. विभाग द्वारा एस्टेट विभाग को सूचित करने उपरांत लाल दीवार को बचाने के लिए कार्रवाई की जाएगी।

गाना सुनने के लिए है कमिश्नर का मोबाइल
गुरु नगरी में कानून की धज्जियां उड़ रही हैं। इस संबंधी अनेक बार बातचीत करने के लिए निगम कमिश्नर सोनाली गिरि को फोन किए जाते हैं परन्तु वह फोन उठाना मुनासिब नहीं समझते। इस तरह लगता है कि जैसे उन्होंने फोन करने वाले को सिर्फ दूसरों को गाना सुनाने के लिए ही मोबाइल रखा है।

धरोहर को बचाने के लिए चलाई थी मूवमैंट

जिला भाजपा शहरी के प्रधान नरेश शर्मा के कार्यकाल के दौरान वालसिटी की लाल दीवार को बचाने के लिए उच्च स्तर पर मूवमैंट चलाई गई थी। जिला शिकायत निवारण कमेटी के मैंबर रहे नरेश शर्मा ने हाऊस में मसलों को उठाया। निगम और जिला प्रशासन के सहयोग से लोहगढ़ गेट से लाहोरी गेट थाने तक लाल दीवार की तरफ खोले रास्तों को बंद करवाया गया था।

गेटों पर दीवार की संभाल सरकार की जिम्मेदारी : चंद्रशेखर

पूर्व पार्षद चंद्रशेखर ने कहा कि निजी जायदादों के लाभ के लिए लाल दीवार को तोड़ कर रास्ते निकालने के लिए भ्रष्टाचार का बोलबाला होता है जिसके लिए सख्ती के साथ कार्रवाई होनी चाहिए। दुकानों के शटरों व गेटों के आगे की दीवारों को अधिकारियों के साथ मिलकर हटाया जा रहा है। ऐतिहासिक गेटों पर लाल दीवार की संभाल सरकार की जिम्मेदारी है।

ऐतिहासिक दीवार के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं : रिंटू

मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने कहा कि गुरु नगरी में गुरु दर्शनों हेतु लाखों की संख्या में संगत दर्शनों के लिए आती है और ऐतिहासिक इमारतें, शहर के दर्शन करती है। वालसिटी की लाल दीवार के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। ऐतिहासिक दीवार के साथ छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सम्बन्धित अधिकारी को तलब करके पूरी जानकारी ली जाएगी और शिकायत आने पर कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटा जाएगा। 

swetha