मोस्ट वांटेड रणजीत सिंह चीते की तलाश में एन.आई.ए. ने की छापेमारी

punjabkesari.in Sunday, Feb 23, 2020 - 01:19 PM (IST)

अमृतसर(नीरज): आई.सी.पी. अटारी बार्डर पर पाकिस्तान से आयातित नमक की खेप से 532 किलो हैरोइन व 52 किलो मिक्सड नॉर्कोटिक्स पकड़े जाने के मामले में देश की सभी प्रमुख सुरक्षा एजैंसियों को मोस्टवांटेड चल रहे रणजीत सिंह उर्फ चीते की तलाश में एन.आई.ए. ने अमृतसर में कई स्थानों पर छापेमारी की है। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एन.आई.ए. की टीम ने तरनतारन ब्लास्ट व अमृतसर जिले के कुछ अन्य केसों के साथ 532 किलो हैरोइन के केस को प्रमुखता के साथ लिया है। अमृतसर के ही सुल्तानविंड तारांवाला पुल के इलाके में एस.टी.एफ. की तरफ से 194 किलो हैरोइन पकड़े जाने का मामला सामने आने के बाद 532 किलो हैरोइन का मामला और ज्यादा तूल पकड़ चुका है क्योंकि एन.आई.ए. की टीम ने जब कस्टम विभाग के हाथ से इस केस को छीन लिया था तो माना जा रहा था कि हैरोइन की तस्करी करने वाले एन.आई.ए. के डर से कम से कम अमृतसर जिले में हैरोइन तस्करी का कोई बड़ा प्रयास नहीं करेंगे, लेकिन हैरोइन की फैक्टरी पकड़े जाने व अफगानी नागरिक की गिरफ्तारी होने के बाद केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने भी सुरक्षा एजैंसियों के अधिकारियों से जवाब-तलबी शुरु कर दी है। एन.आई.ए. के लिए भी अब रणजीत सिंह चीते को गिरफ्तार करना साक का सवाल बन चुका है।

पठानकोट में एस.टी.एफ. की रेड के दौरान फरार हो गया था चीता
पूरे पंजाब के युवाओं को बर्बाद करने की हैरोइन की खेप की डील करने वाला रणजीत सिंह उर्फ चीता पठानकोट में एस.टी.एफ. की रेड के दौरान फरार हो गया था और एस.टी.एफ. के हाथ आते-आते बच गया हालांकि उस समय चीते का सगा भाई बलविन्दर सिंह चार किलो हैरोइन व सवा करोड़ की ड्रग मनी के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। सूत्रों की मानें तो रणजीत सिंह चीता उस समय पठानकोट की उसी मंड इलाके वाली कोठी में छिपा बैठा था जहां उसका भाई बलविंदर सिंह अपने परिवार के साथ रह रहा था।

कई बड़े मगरमच्छों के राज जानता है चीता
आई.सी.पी. अटारी बार्डर पर 532 किलो हैरोइन व 52 किलो मिकस्ड नॉर्कोटिक्स पकड़े जाने के मामले में वांछित रणजीत सिंह चीता के बारे में जानकारी मिली है कि चीता इस केस में कई बड़े मगरमच्छों के राज जानता है जो देश की सबसे बड़ी हैरोइन की खेप मंगवाने के पीछे काम कर रहे हैं। सुरक्षा एजैंसियों को यह भी जानकारी है कि अकेला रणजीत सिंह चीता इतनी बड़ी खेप मंगवाने की औकात नहीं रखता है। उसके सिर पर कुछ बड़े आकाओं का हाथ जरुर है जो खाकी व खादी के साथ नजदीक से जुड़े हुए हैं। चीते की गिरफ्तारी करके ही इन आकाओं का पर्दाफाश किया जा सकता है।

केन्द्रीय एजैंसियों का नैटवर्क भी है काफी बड़ा
रणजीत सिंह चीता एन.आई.ए. को तो मोस्टवांटेड चल ही रहा है वहीं देश की अन्य केन्द्रीय एजैंसियां भी चीते की तलाश में जुटी हुई हैं। यह एजैंसियां आपसी प्रतिस्पर्धा के बीच चीते की तलाश कर रही हैं इन एजैंसियों का नैटवर्क भी काफी बड़ा है और इनका सूचना तंत्र भी काफी पुख्ता है यदि एन.आई.ए. की बजाय कोई अन्य सुरक्षा एजैंसी चीते को गिरफ्तार कर लेती है तो इसमें एन.आई.ए. की भी तौहीन है। 

बलविन्दर सिंह बिल्ला हवेलियां भी दे सकता है चीते की जानकारी
पंजाब के सबसे नामी हैरोइन व सोने के स्मगलरों में नंबर वन रहे बलविन्दर सिंह उर्फ बिल्ला हवेलियां के पास भी चीते के कई राज दफन है। शुरूआती समय में रणजीत सिंह चीता अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए बिल्ला हवेलियां के घर में ही काम करता था और बिल्ला से ही चीते ने हैरोइन तस्करी के सभी गुर सीखे थे। यह वही बिल्ला है जिसने सोने की तस्करी के दौर में अकेले कस्टम विभाग में ही एक हजार सोने के बिस्कुटों की खेप मंगवाई थी और सोना तस्करी के चार केस बिल्ला सरपंच पर चल रहे हैं। हालांकि बिल्ला को अदालत की तरफ से लगातार दो बार उम्रकैद की सजा भी सुनाई जा चुकी है।

Edited By

Sunita sarangal