ड्रग तस्करी के लिए ड्रोन उड़ाने से बाज नहीं आ रहे तस्कर, 1 माह में इतने गिरफ्तार

punjabkesari.in Monday, Feb 19, 2024 - 05:23 PM (IST)

अमृतसर : दिसम्बर, जनवरी व फरवरी के ठंडे मौसम में बी.एस.एफ. व सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से की गई सख्ती का असर बार्डर पर देखने को मिल रहा है। जानकारी के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती के चलते बार्डर पर हेरोइन की बड़ी खेप की आमद काफी कम हो गई है और तस्करों ने बड़े ड्रोन का प्रयोग करना छोड़ दिया है जो एक फेरे में 15 से 25 किलो तक वजन उड़ाने में सक्षम है, लेकिन इसके विपरीत छोटे ड्रोन उड़ने का सिलसिला लगातार जारी है। 

छोटे या मिनी ड्रोन की बात करें तो पता चलता है कि यह ड्रोन आधा किलो से लेकर एक किलो तक वजन उठाने में सक्षम होता है और इसकी कीमत भी बड़े ड्रोन की तुलना में काफी कम रहती है। यदि मिनी ड्रोन गिर भी जाए या बी.एस.एफ. मिनी ड्रोन को गिरा भी ले तो तस्करों का ज्यादा नुकसान नहीं होता है। पिछले एक महीने के दौरान बी.एस.एफ. की तरफ से एक दर्जन से ज्यादा मिनी ड्रोन पकड़े जा चुके हैं, जबकि 10 तस्करों को ड्रोन व हेरोइन की खेप के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया जा चुका है।

पुलिस के बजाय एन.सी.बी. को दिए जा रहे केस

पिछले वर्षों के दौरान देखा जाता था कि बी.एस.एफ. जब भी किसी तस्कर को या हेरोइन की खेप को जब्त करती थी तो इसके केस पुलिस को सौप दिए जाते थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों से बी.एस.एफ. ने जितने भी तस्करों को हेरोइन की खेप के साथ पकड़ा है। वह सभी केस पुलिस के बजाय एन.सी.बी. को सौंपे जा रहे हैं। हालांकि माना जाता है कि बार्डर पर इस प्रकार के केसों में सभी सुरक्षा एजेंसियों, जिसमें केन्द्रीय व राज्य सरकार की एजेंसियों को तालमेल के साथ काम करना चाहिए।

फैंसिंग के ज्यादा नजदीक गांवों में हो रही ज्यादा मूवमेंट

जिला अमृतसर का 153 किलोमीटर लंबा बार्डर पाकिस्तान की सीमा के साथ सटा हुआ है और बार्डर फैंसिंग के नजदीक जितने भी गांव वहां तस्करों की मूवमेंट ज्यादा देखी जा रही है। इन गांवों में मुख्य रूप से धनौआ कलां व धनौआ खुर्द, बैरोपाल, राजाताल, जैसे इलाकों के नाम शामिल हैं। अकेले धनौआ खुर्द के इलाके में ही बी.एस.एफ. 18 ड्रोन जब्त कर चुकी है, लेकिन यहां पर फिर भी ड्रोन की मूवमेंट रुकने का नाम नहीं ले रही है।

विलेज डिफेंस कमेटियों का गठन दे रहा साकारात्मक परिणा

केन्द्र व पंजाब सरकार के संयुक्त प्रयासों से सीमावर्ती गांवों में 252 के लगभग विलेज डिफेंस कमेटियों व देहाती पुलिस की तरफ से वी.पी.ओज का गठन किया गया है, जिसके साकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। बहुत सारे तस्करों को बी.एस.एफ. व पुलिस की तरफ से उस समय गिरफ्तार किया गया है, जब तस्कर हेरोइन की खेप को रिसीव करने के बाद वापस लौट रहे होते हैं।

बार्डर पर नहीं बंद किया जा रहा मोबाइल कंपनियों का नेटवर्क

हाल ही में बी.एस.एफ. की तरफ से तस्करों को हेरोइन की खेप के साथ उस समय पकड़ा गया जब वह खेप लेकर वापस लौट रहे थे। मौके पर ही तस्करों से पाकिस्तानी तस्करों जिसमें राणा व उसके भाई के साथ वीडियो कॉल करवाई गई, जो साबित करता है कि तस्करों की तरफ से व्हटसअप व वीडियो कॉल का दुरुपयोग किया जा रहा है, लेकिन इतना सब कुछ होने के बावजूद फैंसिंग के आधा किलोमीटर के इलाके में मोबाइल कंपनियों का नेटवर्क बंद नहीं किया जा रहा है।

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News Editor

Kalash