ज्वाइंट ऑप्रेशन में चैकिंग हो तो रुक सकती है टैक्स चोरी और तस्करी

punjabkesari.in Saturday, Mar 07, 2020 - 03:00 PM (IST)

अमृतसर(इन्द्रजीत): एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के अमृतसर-टू सर्किल पठानकोट क्षेत्र में मोबाइल विंग समाप्त हो जाने से इस क्षेत्र में टैक्स चोरों के दबाव से टैक्सेशन व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होगी, क्योंकि इस सर्किल में दो प्रदेशों की सीमाओं के साथ पाकिस्तान से सटा क्षेत्र भी है। पंजाब पुलिस ने इसी क्षेत्र में सबसे ज्यादा मुस्तैदी दिखाई है, जबकि मोबाइल विंग खत्म होने से यह इलाका टैक्स चोरों के लिए और सुरक्षित हो गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि मोबाइल विंग आदि टैक्सेशन अधिकारियों के साथ पुलिस की भी चैकिंग की आवश्यकता है और ज्वाइंट ऑप्रेशन में नाके लगें तो टैक्स चोरी और तस्करी रुक सकती है।

जम्मू-कश्मीर से सटी सीमाओं में जहां पर जनरल गुड्स पठानकोट से जाती हैं, वहीं जम्मू-कश्मीर क्षेत्र से महंगी जड़ी-बूटियां और कई महंगी वस्तुएं पंजाब में प्रवेश करती हैं। इसी प्रकार पंजाब में महंगी शराब होने से जम्मू-कश्मीर से लगती सीमाओं से भी शराब की तस्करी पठानकोट में लंबे समय से हो रही है, जिससे एक्साइज (आबकारी) विभाग को भी अच्छा-खासा नुकसान पहुंचता है। विभागों की अलग-अलग भूमिका को देखें तो तीनों विभाग ही इस क्षेत्र में सक्रिय होते हैं, लेकिन सभी विभाग अपनी-अपनी ड्यूटी अलग निभाते हैं। जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील क्षेत्र से आने वाले नशीले पदार्थ और हथियार पिछले 40 वर्षों से सुरक्षा बलों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। 

आपत्तिजनक माल की आमद अक्सर बसों के जरिए होती है, लेकिन आज तक किसी भी पुलिस अधिकारी द्वारा टैक्स चोरी का माल नहीं पकड़ गया और न ही टैक्सेशन विभाग ने कोई आपत्तिजनक चीज को पकड़ा है। दोनों विभाग सिर्फ अपने एंगल पर ही चैक करते हैं, लेकिन यदि एक्साइज टैक्सेशन और पुलिस ज्वाइंट ऑप्रेशन में बसों की चैकिंग करें तो न तो टैक्स की चोरी होगी और न ही अवैध हथियार आ पाएंगे, दूसरी ओर अवैध शराब का धंधा भी चौपट हो सकता है।


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Vaneet

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