तरनतारन, अमृतसर और गुरदासपुर से करनी थी आतंंकवाद की शुरुआत

punjabkesari.in Monday, Sep 30, 2019 - 01:14 PM (IST)

तरनतारन(रमन): पंजाब का माहौल खराब करने के लिए आतंकवादी पाकिस्तान की मदद ले रहे थे। इसका सबूत गांव चोहला साहिब के पास काबू किए गए खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के 4 आतंकवादियों को पाकिस्तान से भेजे हथियार, असला, वायरलैस सैटों सहित एक कार से मिला और पुलिस ने इनके मंसूबों को नाकामयाब कर दिया। आज भी पुलिस पाक से भेजे ड्रोनों और हथियारों की तलाश में है। 

गौर हो कि पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बेअंत सिंह हत्याकांड में नामजद जगतार सिंह हवारा के साथी रह चुके जसवंत सिंह काला को बाबा बलवंत सिंह हथियार सप्लाई करता था। यह भी पता चला है कि इन लोगों ने पंजाब में दोबारा आतंकवाद की शुरुआत तरनतारन, अमृतसर और गुरदासपुर से करनी थी, क्योंकि ये जिले पाकिस्तानी सरहद से जुड़े हुए हैं और इनके जरिए आसानी से हथियार मंगवाए जा सकते हैं। जानकारी के अनुसार जिले में काबू खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स और बब्बर खालसा इंटरनैशनल के मैंबर्स बाबा बलवंत सिंह, अकाशदीप सिंह अकाश रंधावा, हरभजन सिंह और बलबीर सिंह शामिल हैं। बाबा बलवंत सिंह पर भी कई मामले दर्ज हैं। वह कई सालों से लखनऊ के किसी धार्मिक डेरे में रहकर अपना नैटवर्क मजबूत करने में जुटा था। उसे यू.ए.पी.ए. और असला एक्ट के तहत थाना मुकंदपुर जिला शहीद भगत सिंह नगर की पुलिस ने साल 2017 में निहंग जसवंत सिंह काला निवासी मुक्तसर समेत काबू किया था।  इसके बाद अमृतसर जेल में बंद मान सिंह के बाबा बलवंत सिंह से संबंध बने। मान सिंह की पुराने समय में निहंग अजीत सिंह पूहला से कई बार तकरार हो चुकी है। 

सूत्रों के अनुसार मलेशिया से डिपोर्ट होकर भारत पहुंचे गुरदेव सिंह को जेल जाना पड़ा था, वहां उसकी मुलाकात बाबा बलवंत सिंह से हुई। इसके बाद वह गुरदेव सिंह के जर्मन में रहते भाई गुरमीत सिंह उर्फ डाक्टर के संपर्क में आया जिसके संबंध पाकिस्तान के रणजीत सिंह नीटा से थे। गुरदेव सिंह ने अपने भाई का संपर्क मान सिंह से करवाया। इसके बाद नीटा ने ड्रोन के जरिए पाक से हथियार सप्लाई किए। वहीं अकाशदीप सिंह रंधावा के तकनीकी माहिर होने से बाबा बलवंत ने उसे भी शामिल कर लिया। अकाशदीप की ड्यूटी ड्रोनों जरिए आने वाले हथियारों को ठिकाने लगाने की होती थी, उसका साथ बाबा बलवंत देता था। ये हथियार बीते 15 से 20 दिनों में तरनतारन में पहुंचे थे और करीब 7-8 ड्रोनों से भेजा गया था। पुलिस अन्य हथियारों और ड्रोनों की तलाश कर रही है। 


शहर में अचानक बढ़े मुसलमान
दूसरी ओर शहर में 2 सालों में मुसलमानों की गिनती 150 से बढ़कर 1000 हो गई है, जिनको छोटी-छोटी दुकानें करीब 70 हजार रुपए महीने तक किराए पर दी गई हैं। हैरानी की बात है कि ज्यादा कारोबार न होने पर भी ये कैसे इतना किराया देते हैं। वहीं आम दुकानदार मंदी से परेशान हैं। स्थानीय अड्डा बाजार, तहसील बाजार, बौंहड़ी चौक व अन्य जगह दुकानों पर मुसलमान भाईचारे के कुछ नए चेहरे दिखने लगे हैं जो परिवारों सहित रहने के लिए घर भी हजारों रुपए प्रति महीना किराए पर ले चुके हैं। पुलिस इन पर तीखी नजर रख रही है। पुलिस ने इनसे आधार कार्ड और अन्य सबूत मांगे हैं। 

प्रवासियों पर कड़ी निगाह : एस.पी.
इस संबंध में एस.पी (आई) जगजीत सिंह वालिया ने कहा कि अब जिले में सुरक्षा प्रबंध कड़े कर दिए गए हैं। 24 घंटे पुलिस गश्त कर रही है और नाकेबंदी कर शकी लोगों से पूछताछ की जा रही है। जिले के बाहर से आने वाले प्रवासियों पर कड़ी निगाह रखी जा रही है चाहे वह किसी भी जाति के हों। वहीं मकान मालिकों को अपने घर में रखे किराएदारों की वैरिफिकेशन करवाने के आदेश दिए गए हैं।

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