अमृतसर ट्रेन हादसा: यात्रियों पर खून के छींटे पड़ते ही चीख पुकार से गूंज उठे ट्रेन के डिब्बे

punjabkesari.in Wednesday, Oct 24, 2018 - 05:20 PM (IST)

अमृतसर: अमृतसर में शुक्रवार को जौडा फाटक के पास दशहरा पर्व वाले दिन ट्रेन हादसे में अब तक 60 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और इस हादसे की ऊंच स्तरीय जांच की मांग भी की जा रही है। इस बारे जब उस वक्त ट्रेन में सफर कर रहे कुछ यात्रियों से बातचीत की गई तो उन्होंने हादसे का इस तरह से खुलासा किया....

ट्रेन में खिड़की के पास बैठी महिला पर पड़े खून के छींटे 
ट्रेन में बैठे पैसेंजर्स का कहना है कि हादसे के वक्त ट्रेन की स्पीड कुछ कम तो हुई, लेकिन फिर बढ़ गई। महसूस हुआ कि ट्रेन से कुछ टकराया है। जालंधर के शनि बाबा ने बताया कि वह पहले कोच में दरवाजे के पास बैठे थे, तभी झटका लगा। खिड़की के पास बैठी एक महिला पर खून के छींटे पड़े और सब चीखने लगे। ट्रेन अमृतसर पहुंची तो हादसे का पता चला।

* अजय बताते हैं कि वह खिड़की के पास थे। इसी बीच ट्रेन की स्पीड कुछ कम हुई थी, फिर एक दम रफ्तार पकड़ ली। किसी ने पथराव नहीं किया।

* सुरिंदर रोज को दूसरे डिब्बे में गेट के पास सीट मिली थी। वह बताते हैं कि ट्रेन पूरी रफ्तार से जौड़ा फाटक क्रॉस कर रही थी। इसी बीच लगा ट्रेन में नीचे से कुछ टकरा रहा है। फिर पता चला हादसा हुआ है।

* कमल के अनुसार, उस दिन छुट्‌टी की वजह से ट्रेन में भीड़ कुछ कम थी। पटाखों की आवाज बहुत ज्यादा थी। तभी झटके महसूस होने लगे। सभी ने डर के मारे अपनी सीटें पकड़ लीं।

* वेद प्रकाश ने बताया कि उस दिन वह भी दशहरा देखने ट्रैक पर खड़े थे। इसी बीच ट्रेन आ गई। किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला। उन्होंने मौका रहते पैर पीछे कर लिया और बच गए।

सी.आर.एस. करेंगे हादसे की जांच: रेलवे 
ट्रेन हादसे की जांच को लेकर सांसद गुरजीत औजला रेल मंत्री पीयूष गोयल से मिले। औजला ने बताया कि गोयल ने चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सी.आर.एस.) को मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं। 

देशभर में ट्रैक के पास होने वाले आयोजनों की लिस्ट बनेगी 
रेलवे ने सामाजिक संगठनों से ट्रैक के आसपास होने वाले आयोजनों की सूचना पहले देने को कहा है। साथ ही अपने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि वे उन जगहों को चिह्नित करें जहां हर साल ऐसे आयोजन होते हैं।

Vaneet