दीवान टोडरमल की हवेली की जर्जर हालत छोटे साहिबजादों की शहादत का अपमान: शांडिल्य

punjabkesari.in Sunday, Dec 16, 2018 - 07:28 PM (IST)

अमृतसरः श्री हिन्दू तख्त के धर्माधीश एवं जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर जगतगुरु पंचानंद गिरि एवं एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं हिन्दू तख्त प्रचारक वीरेश शांडिल्य ने रविवार को कहा कि दीवान टोडरमल की जर्जर हवेली बाबा फतेह सिंह और बाबा जोरावर सिंह की शहादत के साथ भद्दा मजाक है। पंचानंद गिरि व वीरेश शांडिल्य ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से मांग है कि तुरंत दीवान टोडरमल की हवेली को म्यूजियम बनाया जाए और सरहिंद शहर से टोडरमल की हवेली तक जाने वाले रास्ते को ऐतिहासिक और पवित्र बनाया घोषित किया जाए।

उन्होने कहा कि शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक समिति को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए। वीरेश शांडिल्य ने कहा की पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के न तो हिन्दू-सिखों को टोडरमल की जर्जर हवेली का पता और न ही देश की मीडिया को पता है। यही नहीं प्रधानमंत्री को भी दीवान टोडरमल की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा की जालिम वजीद खान ने फतेह सिंह, जोरावर सिंह और माता गुजर कौर के शरीर को जंगल में फेंकने के आदेश दिए थे लेकिन दीवान टोडरमल ने उनके अंतिम संस्कार की मांग की। इस पर जालिम वजीद खान ने संस्कार करने के लिए जगह देने हेतु सोने की अशर्फिया मांगी और टोडरमल ने 78 हजार अशर्फिया देकर अंतिम संस्कार किया।

उन्होंने कहा कि सरहिंद में जिस जगह पर साहिबजादों और माता गुजर कौर का अंतिम संस्कार हुआ, वह विश्व की सबसे महत्वपूर्ण जगह है लेकिन दीवान टोडरमल की हवेली को जर्जर देख आँखे नम हो जाती हैं। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की है कि अगर 15 दिन के अंदर इस हवेली का जीर्णोद्वार करवाकर इसे म्यूजियम न बनाया गया तो श्री हिन्दू तख्त और एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया हवेली पर कारसेवा शुरू करवाकर इसे अपने कब्जे में लेगा।

Mohit