प्रशासन के दावों की खुली पोल, बेमौसमी बारिश व ओलावृष्टि से मंडी में भीगी गेहूं

punjabkesari.in Saturday, Apr 20, 2024 - 03:46 PM (IST)

अमृतसर : जिला प्रशासन द्वारा गेहूं की खरीद को लेकर किए जा रहे दावों की आज बेमौसमी ओलावृष्टि और आंधी ने पोल खोल दी है। सरकारी खरीद एजैंसी पन ग्रेन द्वारा बीते कल 400 के करीब तोड़े की लिफ्टिंग न होने के कारण आज बारिश व ओलावृष्टि में गेहूं पूरी तरह भीग गई है। दूसरी तरफ मौसम के लगातार करवट को देखकर आढ़ती और किसानों के माथे पर भी चिंता की लकीरें खिंच रही हैं और अब कटाई कुछ दिन ओर देरी से होगी आढ़ती वर्ग आज भी लिफ्टिंग का टैंडर न होने के कारण परेशानी में नजर आ रहे हैं।

जानकारी के अनुसार पंजाब सरकार ने 1 अप्रैल से पंजाब भर की मंडियों में गेहूं की खरीद शुरू कर दी है, लेकिन अमृतसर जिले की दाना मंडी भगतांवाला में सरकारी खरीद एजैंसी पनग्रेन द्वारा 18 अप्रैल को खरीद की गई और डिप्टी कमिश्नर द्वारा खरीद शुरू करवाते हुए सभी तैयारियां मुकम्मल होने का दावा किया गया। प्रशासन द्वारा खरीदे गए लगभग 400 तोड़े की आज लिफ्टिंग न होने के कारण बेमौसमी ओलावृष्टि के कारण फसल पूरी तरह से भीग गई, ओलावृष्टि से बचाने के लिए मजदूर एवं आढ़ती वर्ग फसल को तरपालों से ढकते हुए दिखाई दिए, लेकिन बारिश ज्यादा होने के कारण और हवा के कारण तरपालों की पूरी तरह से सरकार द्वारा खरीदी गई फसलों को ढक नहीं पाईं।

उधर, दूसरी तरफ कुक्कड़ा वाला दाना मंडी में निरीक्षण करने गए दाना मंडी भगतांवाला के प्रधान और आढ़ती एसोसिएशन के राज्य उपाध्यक्ष अमनदीप सिंह छीना ने कहा कि बेमौसमी बारिश से सरकार द्वारा खरीदी गई फसल पूरी तरह से भीग गई है, मौसम की करवट के कारण अब फसल की कटाई में तीन से चार दिन की देरी हो जाएगी, अगर बारिश फिर भी होती रही तो कटाई में ओर भी देरी हो जाएगी।

प्रधान अमनदीप सिंह छीना ने कहा कि बारिश के कारण फसल में अब अधिक नमी आ गई है, किसान वर्ग को चाहिए कि सरकार द्वारा निर्धारित की गई 12 प्रतिशत नमी वाली फसल ही मंडी में लेकर आए। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा दावा किया गया था कि फसल की लिफ्टिंग निर्धारित समय पर की जाए और आढ़ती और किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आएगी पर अफसोस कि बात यह है कि सरकारी खरीद के दूसरे दिन ही खरीदे गए माल की लिफ्टिंग न होने के कारण वह बेमौसमी ओलावृष्टि में भीग गया है और अभी तक लिफ्टिंग करने के लिए किसी भी कंपनी द्वारा टेंडर अप्लाई नहीं किया गया है।

उन्होंने कहा कि आज भी प्रशासनिक अधिकारी मंडी का दौरा करने आए और उन्होंने अपनी बात दोहराई कि लिफ्टिंग का काम आढ़ती वर्ग द्वारा ही किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया गया है कि आढ़ती वर्ग के पास पूरे साधन नहीं है और आढ़ती वर्ग किसी भी हालत में लिफ्टिंग नहीं कर सकता अगर प्रशासन ने लिफ्टिंग का टैंडर ऐसी कंपनी को नहीं दिया, जिसके पास परिवहन के सभी साधन हों, तो आढ़ती वर्ग सड़कों पर उतरने को बाध्य होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन अब तक लिफ्टिंग की समस्या को हल करने में बुरी तरह फेल साबित हुआ है, अगर प्रकृति की मार इसी तरह जारी रही तो आने वाले समय में बड़े पैमाने पर गेहूं को नुकसान हो सकता है। उन्होंने सरकार से अपील की कि आढ़ती और किसानों को आ रही समस्याओं का समाधान निकाला जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि आने वाले समय में आढ़ती वर्ग में अनावश्यक कमी पाई गई तो इसका पुरजोर विरोध भी किया जाएगा। इस मौके पर उड़ीक सिंह, कारज सिंह, सरपंच छेद सिंह, जरनैल सिंह बाठ आदि आढ़ती मौजूद थे और प्रधान अमनदीप छीना को उपाध्यक्ष बनने पर विशेष तौर पर सम्मानित किया।

बेमौसमी बारिश से मुरझाए किसानों के चेहरे, सरकार करें तुरंत मदद

किसान रणबीर सिंह मूधल ने बताया कि गेहूं की फसल को किसान वर्ग द्वारा अपने बेटों की तरह संभाल कर पालते हैं, ताकि फसल की कटाई होकर निर्धारित मूल्य मंडी में मिल सके, लेकिन आज हुई बेमौसम ओलावृष्टि के कारण खड़ी फसल सुखकर पूरी तरह बर्बाद हो गई है। दूसरी ओर, आढ़ती वर्ग द्वारा भी 12 फीसदी नया गेहूं बाजार में लाने की बात कर रहा है। बेमौसम बारिश से किसान लगातार परेशान हो रहे हैं। सरकार को प्राकृतिक आपदाओं से परेशान किसानों को विशेष मुआवजा देकर राहत देनी चाहिए ताकि किसानों को प्राकृतिक आपदा से बर्बाद हुई फसलों का उचित मूल्य मिल सके। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से भी अपील की कि मंडी में फसल लिफ्टिंग और फसल रख-रखाव की उचित व्यवस्था की जाए।

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News Editor

Kalash

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