कहां खत्म हुआ चिट्टा : हैरोइन की होलसेल मंडी बना अमृतसर

punjabkesari.in Monday, Feb 03, 2020 - 12:03 PM (IST)

अमृतसर(नीरज): अमृतसर जिले में हैरोइन की बिक्री और इसका प्रयोग रोकने के प्रशासनिक दावे खोखले साबित हो रहे हैं। जिला प्रशासन की तरफ से दावा किया जा रहा था कि अमृतसर जिले में चिट्टे की बिक्री व इसका प्रयोग करने वालों पर नकेल डाली जा चुकी है, लेकिन एस.टी.एफ. की तरफ से अमृतसर के सुल्तानविंड रोड इलाके में आकर 200 किलो हैरोइन सहित अन्य नशीले पदार्थों के साथ हैरोइन को प्रोसैसिंग करने की फैक्टरी पकड़े जाना यह साबित कर रहा है कि अमृतसर इस समय हैरोइन की होल सेल मंडी बनता जा रहा है। 

हैरोइन तस्कर इतने बेखौफ हो चुके हैं कि वह किलो 2 किलो नहीं बल्कि किं्वटलों के हिसाब से न सिर्फ हैरोइन मंगवा रहे हैं बल्कि इस हैरोइन को कैमिकल्स के जरिए कई गुना ज्यादा बनाने के लिए फैक्टरी तक लगाकर बैठे हुए हैं। अभी अमृतसर जिले में और कितनी हैरोइन प्रोसैसिंग की फैक्टरियां होंगी, इस बारे में भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इससे पहले जब 30 जून 2019 को आई.सी.पी. अटारी बार्डर पर पाकिस्तान से आयातित नमक की खेप से  532 किलो हैरोइन व 52 किलो मिक्सड नॉरकोटिक्स पकड़ा गया था तो उसके बाद पूरे पंजाब में हलचल हो गई थी। यहां तक कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आई.पी.एस. अधिकारी हरप्रीत सिंह सिद्धू को दोबारा एस.टी.एफ. की कमान दे दी और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आने शुरू हो गए हैं। 

जिस प्रकार से एस.टी.एफ. ने सुखबीर सिंह हैप्पी को मोहाली से गिरफ्तार करने के बाद अमृतसर में हैरोइन तस्करों की पूरी चेन को पकड़ लिया है और हैरोइन को प्रोसैसिंग करने की फैक्टरी तक जब्त कर ली है। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि स्थानीय जिले की पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी इस प्रकार की चेन को क्यों नहीं पकड़ पा रहे हैं, जबकि आए दिन पुलिस की तरफ से छोटे-छोटे हैरोइन के केस बनाए जा रहे हैं। 

अफगानी तस्करों का पंजाब के तस्करों से डायरैक्ट लिंक खतरनाक
हैरोइन की पैदावार करने वाले अफगानिस्तान के तस्करों का पंजाब के तस्करों के साथ डॉयरैक्ट ङ्क्षलक होना भी काफी खतरनाक है। एस.टी.एफ. की तरफ से पकड़ी गई हैरोइन की खेप के मामले में एक अफगानी तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया जो अमृतसर के तस्करों को हैरोइन की कैमिकल्स के जरिए प्रोसैसिंग करने की ट्रेङ्क्षनग देने आया था। किस प्रकार से एक किलो हैरोइन को कैमिकल्स के जरिए प्रोसैसिंग करके 4 से 5 किलो बनाना है, इसका तरीका अफगानी तस्कर जानते हैं और इसकी ट्रेङ्क्षनग देने के लिए ही अमृतसर आ रहे हैं। यह पंजाब की युवा पीढ़ी के लिए बहुत ही ज्यादा खतरनाक है।

बी.ओ.पी. राजाताल से हैरोइन मंगवाने वाले तस्कर भी शिकंजे से दूर
बी.एस.एफ. की तरफ से हाल ही में बी.ओ.पी. राजाताल में 12 किलो हैरोइन की खेप को जब्त किया गया, लेकिन इस मामले में पुलिस की तरफ से अज्ञात तस्करों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करके पल्ला झाड़ लिया गया। राजाताल के तस्करों को भी अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है, जबकि बॉर्डर फैंसिंग के रास्ते हैरोइन आने का मतलब यही है कि सीमावर्ती इलाके में हैरोइन तस्कर सरगर्म हैं। साथ ही पाकिस्तान से हैरोइन मंगवाने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। जैसे ही धुंध का मौसम होता है या फिर गेहूं या धान की खड़ी फसल का मौसम आता है, हैरोइन तस्कर अपनी गतिविधियों को अंजाम देना शुरू कर देते हैं।
 

Vaneet