‘सांप’ के मुंह पर अनजाने में बैठ गई महिला और फिर...

punjabkesari.in Tuesday, Sep 18, 2018 - 04:25 PM (IST)

अमृतसर(स.ह., नवदीप) : ‘जाको राखे साइयां मार सके न कोय’ यह कहावत रविवार को सही चरितार्थ हुई रेलवे बी-ब्लॉक कोलीनी के 474-बी में रहने वाली शांति देवी के जिंदगी के साथ। हुआ यूं कि शांति देवी घर के बाहर अपनी ‘क्यारी’ की सफाई कर रही थी। इसी बीच उन्होंने अपनी ‘पीढ़ी’ उठाकर बिना पीछे देखे जमीन पर रखी और उस पर बैठ कर काम करने लगी। उन्हें यह नहीं पता चला कि ‘पीढ़ी’ उन्होंने जहरीले सांप के मुंह पर रख दी है। इसे पंजाबी में ‘पीड़ी’ व हिन्दी में ‘पीढ़ा’ भी कहते हैं। इसी बीच उनकी बहू रानी उन्हें पानी देने के लिए आई तो देखा कि जहां वो बैठी थी वहां पर एक जहरीला सांप था, वो चिल्लाई। इसी बीच शांति देवी की ‘शांति’ भंग हुई तो वो भी हड़बड़ा कर उठ खड़ी हुई। 

 जब सांप को भगाने की कोशिश की गई तो सांप ने कोई हरकत नहीं की। बाद में देखा तो सांप के मुंह पर ‘पीढ़ी’ रखने से सांप मर चुका था, जबकि शांति देवी को इस बाबत कुछ पता भी नहीं था। बाद में सांप का अंतिम संस्कार शांति देवी ने कर दिया। सोमवार को एक बार फिर शांति देवी को एक सांप दिखा, जोकि उसी स्थान पर था। दूसरे दिन सांप को देखते ही लोगों ने अफवाह फैला दी कि सांप को जोड़ा रहा होगा और हो सकता है सांप बिछुड़े सांप की तलाश में हो या बदले की भावना से निकला हो। देखते-देखते इलाके में दहशत फैल गई। उधर, शांति देवी कहती है कि हमारे पूर्वज सांप को देवता मानते हैं, हम सांप कभी मारते नहीं है, जो कुछ भी हुआ वो गलती से हुआ। बस यही भोले बाबा से प्रार्थना कर रही हूं कि माफ करें और इलाके में सांप की दहशत दूर करें। 

swetha