जिला परिषद व पंचायत चुनावः86 अति व 204 संवेदनशील बूथों पर रहेगी पुलिस की पैनी नजर

punjabkesari.in Tuesday, Sep 18, 2018 - 08:42 AM (IST)

अमृतसर(नीरज): अमृतसर जिला प्रशासन की तरफ से जिला परिषद व पंचायत समिति चुनावों की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सोमवार को जिला परिषद हाल में जिले के समूह चुनाव अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जिला चुनाव अधिकारी व डी.सी. कमलदीप सिंह संघा, इलैक्शन ऑब्जर्वर एम.पी. अरोड़ा व मुहम्मद इशफाक की तरफ से बैठक की गई। अधिकारियों को अपनी-अपनी ड्यूटी पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाने के निर्देश दिए गए।  जिला चुनाव अधिकारी कमलदीप सिंह संघा ने बताया कि जिले में कुल 1,282 पोलिंग बूथ हैं। इसमें से 86 बूथों को अति संवेदनशील व 204 बूथों को संवेदनशील बूथ घोषित कर दिया गया है। 

डी.सी. संघा ने कहा कि इन बूथों में अतिरिक्त पुलिस स्टाफ व अधिकारियों को तैनात किया गया है। सभी पोलिंग बूथों के 100 मीटर के घेरे में आसपास किसी भी राजनीतिक दल को बूथ लगाने की आज्ञा नहीं दी गई है। इसके अलावा अति संवेदनशील व संवेदनशील बूथों पर पैनी नजर रखी जा रही है।

जिले में 10 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को तैनात किया गया है जिसमें 7 हजार के लगभग कर्मचारियों को चुनावी ड्यूटी में व अन्य को रिजर्व में तैनात किया गया है जो भी कर्मचारी चुनावी ड्यूटी से गैरहाजिर रहेगा उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि 18 सितम्बर को पोङ्क्षलग पार्टियां अपने-अपने बूथों के लिए रवाना की जाएंगी और सभी पोलिंग पार्टियां 18 की रात को अपने-अपने बूथों पर ही सोएंगी।

पोलिंग के दिन सरकारी व गैरसरकारी स्कूलों में रहेगी छुट्टी
19 सितम्बर को पोलिंग वाले दिन जिले के सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों में छुट्टी करने का ऐलान किया गया है। जिला चुनाव अधिकारी ने बताया कि पोलिंग सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक की जाएगी। सभी पोलिंग बूथों पर बिजली व पानी की सुविधा उपलब्ध कराना पोलिंग अफसरों की जिम्मेदारी है।

दिव्यांग वोटरों के लिए बनाए जाएं रैंप
इलैक्शन ऑब्जर्वरों ने कहा कि सभी पोलिंग बूथों पर दिव्यांग वोटरों के लिए रैंप की सुविधा दी जा रही है। सभी वोटर अपने साथ वोटिंग कार्ड लेकर आएं और अपने साथ कोई न कोई आईडी प्रूफ जरूर लाएं। जिन लोगों के पास वोटर कार्ड नहीं है और उनका वोटर लिस्ट में नाम है वह आधार कार्ड या अन्य शिनाख्त दिखाकर वोट डाल सकते हैं। जिन लोगों की डबल वोट बनी हुई है उनको एक ही वोट डालने का अधिकार है।

नोटा की भी सुविधा
यदि किसी वोटर को कोई भी उम्मीदवार पसंद नहीं है तो वह नोटा का बटन दबा सकता है। बैलेट पेपर के जरिए वोटिंग इसलिए भी करवाई जा रही है क्योंकि कुछ राजनीतिक दलों की तरफ से यह आरोप लगाए जा रहे थे कि ई.वी.एम. में गड़बड़ी है। फिलहाल देखना यह है कि बैलेट पेपर के जरिए होने वाली वोटिंग में वोटरों का रुझान किस तरफ जाता है। 

जिले में कुल 8 लाख 96 हजार 516 वोटर
जिला चुनाव अधिकारी कमलदीप सिंह संघा ने बताया कि जिला परिषद व पंचायत समिति चुनावों के लिए जिले में कुल 8 लाख 96 हजार व 516 वोटर हैं जो अपने-अपने इलाके के प्रतिनिधियों के भविष्य का फैसला करने जा रहे हैं। वोटिंग के लिए ई.वी.एम. मशीन नहीं बल्कि बैलेट पेपर की सुविधा रखी गई है।

swetha