कोरोना वायरस के 4  और संदिग्ध मरीज आए सामने; ‘22 एकड़ ’ सील

punjabkesari.in Saturday, Mar 21, 2020 - 09:27 AM (IST)

बरनाला/भवानीगढ़(विवेक सिंधवानी,गोयल,विकास, संजीव): कोरोना वायरस की बीमारी को लेकर जिले में स्वास्थ्य विभाग पूरी तह से चौकसी बरत रहा है। इसके तहत विदेश या देश के अन्य राज्यों में जाकर लौटे व्यक्तियों पर विशेष नजर रख रहा है। इसी 2 संदिग्ध मरीज बरनाला व 2 भवानीगढ़ के सामने आए। जिस के चलते बरनाला की पुलिस ने स्थान 22 एकड़ एरिया को पूरी तरह सील कर दिया है। किसी भी बाहरी व्यक्ति को 22 एकड़ में आने नहीं दिया जा रहा। 11 एकड़ में जाने वाले सारे गेट बंद कर दिए गए हैं। प्रशासन ने 22 एकड़ के लोगों को भी एडवाइजरी जारी की है कि वे अपने घरों में ही रहें, बिना कारण वे घरों से बाहर न निकलें। लोगों में भी इस संबंधी दहशत पाई जा रही है। 

हुजूर साहिब की यात्रा से वापस पहुंचे दोनों मरीज

उधर,भवानीगढ़ सब-डवीजन के अधीन आते गांव नदामपुर  में इस बिमारी से संबंधी एक परिवार के 2 शकी मरीजों को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने अपनी निगरानी में अस्पताल में भर्ती करवाया जो पिछले दिनों  हुजूर साहिब (महाराष्ट्र) की यात्रा से नदामपुर गांव वापस पहुंचे एक ही परिवार के 2 व्यक्ति खांसी-जुकाम व तेज बुखार से पीड़ित हैं।उनको बिना देरी किए विभाग ने इलाज के लिए संगरूर के सरकारी अस्पताल में बनाए गए विशेष वार्ड में भर्ती करवाया। इन लोगों में कोरोना वायरस जैसे लक्षण पाए गए, इसलिए उनका चैकअप बहुत जरूरी था। डा. राज कुमार ने बताया कि उक्त दोनों मरीज डाक्टरों की निगरानी में हैं जिनकी हालत पहले से बेहतर है। उन्होंने बताया कि मरीजों की उम्र 60 वर्ष से अधिक है। 

 8 मार्च को दुबई से आए थे दोनों

बरनाला शहरवासियों के लिए राहत की खबर है कि परसों जो कोरोना का संदिग्ध मरीज सिविल अस्पताल में दाखिल हुआ था, उसकी रिपोर्ट नैगेटिव आई है। बरनाला में अब तक 5 संदिग्ध मरीज सामने आए हैं। गत रात व आज सुबह जो 2 संदिग्ध मरीज कोरोना वायरस के सामने आए, उनमें से एक 22 एकड़ में से महिला व पत्ती रोड से एक व्यक्ति 8 मार्च को दुबई से आए थे व दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे थे। पिछले 3-4 दिनों से उनको खांसी, जुकाम, बुखार व सांस लेने में कठिनाई की शिकायत है। उनको इलाज के लिए सिविल अस्पताल बरनाला में भर्ती करवाया गया। सिविल अस्पताल में स्पैशल 2 रूम रखे गए थे, परंतु मरीजों की गिनती 3 हो गई। इस कारण उनको खुड्डी रोड के ड्रग डी-एडिक्शन सैंटर जिसको हैवी रिटेशन सैंटर बनाया गया है, में शिफ्ट कर दिया गया है।   

 सैंटर में लगाई गई रूरल मैडीकल अफसरों की ड्यूटी
जिस सैंटर में मरीजों को शिफ्ट किया गया है, उसमें रूरल मैडीकल अफसरों की ड्यूटी लगाई गई। उस जगह पर स्पैशलिस्ट डाक्टरों की ड्यूटी नहीं लगाई गई, न ही इस सैंटर में कोई आपातकालीन सेवा है, जिस कारण जिला प्रशासन पर अंगुली उठनी शुरू हो गई है। मरीजों को भगवान सहारे ही छोड़ दिया गया है। यदि उक्त मरीजों की हालत खराब हो जाती है तो उन मरीजों को क ौन संभालेगा, यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है। इस संबंधी एस.एम.ओ. डा. ज्योति कौशल से संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि मरीजों के सारे टैस्ट व एक्सरे करवा कर वहां शिफ्ट किया गया है तथा आक्सीजन की सुविधा भी वहां प्रदान की गई है। यदि किसी और चीज की आवश्यकता हुई तो वह भी मुहैया करवा दी जाएगी।पार्कों में कम हुई लोगों की संख्या, कोरोना वायरस का असर: सरकार द्वारा जहां जिम आदि बंद कर देने के बाद स्थानीय शहीद भगत सिंह पार्क में सैर करने वालों की संख्या में तीन गुना तक वृद्धि हो गई थी, परंतु कल शहर में से 2 अन्य संदिग्धों के अस्पताल में दाखिल होने के बाद आज अचानक सैर करने वालों की संख्या में कमी आ गई। 

इन बातों का रखें ध्यान

  •  किसी से भी हाथ न मिलाएं।
  •  बस व रेलगाड़ी में ए.सी. का त्याग करें।
  •  खांसी, जुकाम वाले लोगों से नियमित दूरी रखें।
  •  बाहर चाय या अन्य पदार्थ डिस्पोजेबल में ही लें।
  •  पेपर सोप व सैनीटाइजर का इस्तेमाल करें, हाथों को कम से कम 20 सैकेंड तक साबुन से मलें।
  •  अपनी आंखों, मुंह व नाक को कम से कम छुएं।
  •  विदेशी लोगों से दूरी बनाएं।
  •  तुलसी,गिलोय का नियमित सेवन करें।

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