160 शकी मरीजों में से 40 मरीज डेंगू के पाए गए पॉजीटिव

punjabkesari.in Friday, Oct 12, 2018 - 12:20 PM (IST)

बरनाला (विवेक सिंधवानी,गोयल): हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी डेंगू ने जिला बरनाला में अपने पैर पसार लिए हैं। पिछले महीने दौरान 160 मरीज डेंगू के शकी आए हैं जिनमें से 40 मरीज डेंगू के पॉजीटिव पाए गए। यह तो सरकारी अस्पताल के आंकड़े हैं। जो लोग प्राइवेट अस्पतालों में उपचाराधीन हैं, उनके आंकड़े अलग हैं। सिविल अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए एक अलग वार्ड बनाया गया है, जहां डेंगू के मरीजों का इलाज चल रहा है। 

पानी और वर्कशापों में पैदा होता है डेंगू का मच्छर
डेंगू का मच्छर पानी और वर्कशापों में ज्यादातर पैदा होता है, इसलिए हमें घर में कूलरों के आस-पास, फ्रिज की ट्रे या ए.सी. के पानी की फौरी तौर पर सफाई करनी चाहिए। गमलों के पानी में भी डेंगू का मच्छर पैदा होता है। इसी तरह से वर्कशापों में, टायरों में भी डेंगू का मच्छर पैदा होता है। इस सीजन में डेंगू के मच्छर से बचने के लिए सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए और दवाई का स्प्रे भी समय-समय पर करते रहना चाहिए ताकि डेंगू का मच्छर पैदा न हो सके।

दिन समय ही काटता है डेंगू का मच्छर
आमतौर पर लोगों में यह धारणा होती है कि मच्छर रात को सोते समय ही काटता है परंतु डेंगू का मच्छर दिन समय ही काटता है। डेंगू के ज्यादातर मच्छर सुबह समय या शाम समय अपना डंक मारते हैं। सुबह और शाम समय लोगों को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए। डेंगू का मच्छर करीब 3 फीट तक उड़ सकता है। डेंगू का मच्छर काट न सके  इसलिए पैरों में जुराबें व पूरी बाजू की शर्ट पहननी चाहिए ताकि डेंगू से बचाव किया जा सके। 

डेंगू फैलने के बावजूद शहर में फैली हुई है गंदगी
शहर में डेंगू फैलने के बावजूद भी सफाई का शहर में बुरा हाल है। डेंगू का मच्छर पानी में पैदा होता है, इसके बावजूद जगह-जगह पर शहर में पानी खड़ा है। स्लम बस्तियों में तो बहुत ही ज्यादा बुरा हाल है। नगर सुधार ट्रस्ट के सामने, सेखां रोड, धनौला रोड, जंडावाला रोड, हंडियाया रोड के आस-पास की कई गलियों और बस्तियों में गंदगी फैली हुई है और पानी खड़ा है। नगर कौंसिल के पास स्प्रे करने के लिए फॉगिंग मशीन भी है। डेंगू फैलने के बावजूद इस मशीन का बहुत ही कम प्रयोग किया जाता है, जिस कारण इस मशीन को जंग लग रहा है। 

क्या हैं डेंगू की बीमारी के लक्षण
सिविल अस्पताल के डाक्टर मनप्रीत सिंह सिद्धू ने बताया कि जिस किसी मरीज को डेंगू हो जाता है उसको तेज बुखार,पेट दर्द,शरीर का टूटना,उल्टी आना,पीठ में दर्द होने लगता है यदि किसी मरीज को इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो उसको फौरी तौर पर डाक्टरी सहायता लेनी चाहिए। मरीज को घबराने की जरूरत नहीं क्योंकि इसका सिविल अस्पताल में इलाज है। सप्ताह के अंदर-अंदर ही मरीज अपना इलाज करवाकर डेंगू की बीमारी से छुटकारा पा सकता है।  
 

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