मरीजों को अस्पताल पहुंचाने वाली एम्बुलैंसों को स्वयं ‘इलाज’ की जरूरत

punjabkesari.in Wednesday, May 23, 2018 - 03:30 PM (IST)

भवानीगढ़ (विकास): एमरजैंसी हालातों में मरीजों को अस्पताल पहुंचाने वाली 108 एम्बुलैंसों का सही ढंग के साथ रख रखाव न होने के कारण स्वयं बीमार लगती हैं। जिस कारण नैशनल हैल्थ मिशन तहत चल रही इन एम्बुलैंसों में लोग मरीजों को लेकर जाने से कतराने लगे हैं। बात यदि भवानीगढ़ 108 एम्बुलैंस की की जाए तो यह एम्बुलैंस गाड़ी 7 वर्षों में 4 लाख किलोमीटर से अधिक चल चुकी है उस हिसाब से इसकी मैंटीनैंस और हालत संबंधी कई खामियां सामने आई।

‘पंजाब केसरी’ की तरफ से भवानीगढ़ में मौजूद 108 एम्बुलैंस का निरीक्षण किया गया तो पता चला कि एम्बुलैंस में उपलब्ध मरीजों के लिए स्ट्रेचर कई बार लॉक हो जाता है और साथ ही बिना फोम वाला स्ट्रेचर अक्सर मरीजों के लिए परेशानी का कारण बनता है। गाड़ी की पायलट सीट टूटी होने के कारण कई स्थानों से वैल्डिंग करवा कर काम चलाया जा रहा है। हाथ धोने के लिए वॉश बेसिन से लेकर एम्बुलैंस में पंखों की कमी उज्ज स्तर पर सता रही है वहीं फुटरैस्ट टूटे व सीटें फटे हाल दिखीं।

नियमानुसार प्रत्येक एम्बुलैंस के लिए 7 से 10 हजार किलोमीटर के बाद मैंटीनैंस और सर्विस जरूरी होती है। लोगों का कहना है कि सरकार और एम्बुलैंसों को चलाने वाली संबंधित कंपनी को इन एम्बुलैंस गाडिय़ों की समय पर मुरम्मत आदि की ओर ध्यान देने की जरूरत है। आम लोगों की सेवा में लगाई इन गाडिय़ों का चुस्त-दुरुस्त होना अति जरूरी है। 
 

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