ढींडसा को जिला संगरूर व बरनाला में से अकाली नेताओं का मिल रहा है भरवां हुंगारा

punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2020 - 05:37 PM (IST)

बरनाला (विवेक सिंधवानी): शिअद से बागी हुए सीनीयर अकाली नेता व मैंबर राज्य सभा सुखदेव सिंह ढींडसा को जिला संगरूर व बरनाला में लोगों का बड़े स्तर पर मिल रहा समर्थन शिअद के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। वर्णनीय है कि जिला संगरूर व बरनाला में पिछले करीब 15 वर्षो से सुखदेव सिंह ढींडसा,उनके पुत्र पूर्व वित मंत्री परमिन्द्र सिंह ढींडसा, उनकी पत्नी व पुत्रवधु सारा परिवार लोगों में घुमते रहे है व दोनों जिलों के लेागों से उनकी परिवारिक सांझ है। 

जिससे इन जिलों के लोग सीधे तौर पर ढींडसा से जुड़े हुए है यही कारण रहा कि शिअद विरूद्ध बगावती सुर अपनाने के बाद जब सुखदेव सिंह ढींडसा पहली बार अपनी संगरूर स्थित रिहायश पर पहुंचे थे तो वहां रखी वर्कर बैठक एक रैली का रूप धारण कर गई थी। शिअद में से पहले भी कई अगली कतार के लीडर बाहर गए है व उनका डटवां विरोध भी हुआ है। परंतु ढींडसा का दोनों जिलों में विरोध करने से भी अकाली लीडर कतरा रहे है। एक दो लीडरों को छोडक़र और किसी लीडर का ढींडसा के विरोध में कोई अखबारी ब्यान जारी नहीं हुआ। 

चाहे शिअद के सरंक्षक प्रकाश सिंह बादल  पूर्व मुख्यमंत्री व शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने जिला बरनाला व संगरूर की अकाली लीडरशिप की बादल गांव फेरी डलवाकर भरोसा दिया है कि इन दोनों जिलों में वह खुद कामकाज देखेंगे व किसी वर्कर को कोई मुश्किल  नहीं आने दी जाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने दोनों जिलों के लिए अपने दूसरे राज्यसभा मैंबरों से ग्रांट लाकर देने का भरोसा दिया है परंतु ढींडसा के हक में जिस तरह लोग आप मुहार होकर उतर रहे है उसको देखकर लगता है कि यदि शिअद ने अभी से अपना कोई मजबूत लीउर दोनो जिलों का इंचार्ज लगाकर न संभाला तो दोनों जिलों में से अकाली दल को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

गत शाम जिला बरनाला के प्रमुख अकाली लीडरों ने बकायदा प्रैस कांफ्रैस करके ढींडसा के साथ खड़े होने का ऐलान कर दिया है। जिला यूथ अकाली दल के अध्यक्ष व मार्कीट कमेटी महलकलां के पूर्व वाईस चेयरमैन रूबल गिल्ल कनैडा, मार्कीट कमेटी बरनाला के पूर्व चेयरमैन करनैल सिंह ठुलीवाल ,मार्कीट कमेटी महलकलां के पूर्व चेयरमैन अजीत सिंह कुतबा के नेतृत्व में सैंकड़ी की गिणती में अकाली नेताओं ने ढींडसा के कंधे से कंधा जोडक़र खड़े होने का ऐलान करते जल्दी ही सुखदेव सिंह ढींडसा को जिले में बुलाकर सम्मानित करने का ऐलान किया। रूबल गिल्ल ने कहा कि ढींडसा एक दरवेश राजनीतिकदान है,जिन्होंने सारी आयु शिअद की बेहतरी के लिए काम किया है।                           
 

Mohit