कमीशन ने की मालेरकोटला में कुरान बेअदबी मामले की जांच

punjabkesari.in Thursday, Apr 26, 2018 - 01:42 PM (IST)

मालेरकोटला (जहूर/शहाबुदीन/यासीन): 24 जून 2016 को मालेरकोटला में कुरान शरीफ की बेअदबी के मामले की जांच को लेकर आज पंजाब सरकार की ओर से नामजद सेवामुक्त जज रणजीत सिंह मालेरकोटला में आए। इस मौके पर उन्होंने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि पिछले समय में पंजाब में करीब 122 घटनाएं अलग-अलग धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी को लेकर घटीं थी। पंजाब सरकार द्वारा धार्मिक ग्रंथों की बेअदबियों को लेकर दर्ज मामलों की पड़ताल के लिए उनके नेतृत्व में कमीशन बनाया गया है और कमीशन ने मालेरकोटला में 24 जून 2016 को पवित्र कुरान शरीफ की बेअदबी के मामले की जांच के लिए बयान कलमबद्ध किए हैं। उन्होंने बताया कि 24 जून 2016 को पवित्र कुरान शरीफ की बेअदबी वाली उस जगह का दौरा किया गया है।

इस संबंधी मामले के मुद्दई मुंशी मोहम्मद अशरफ व मौलवी अब्दुल सत्तार इमामजामा मस्जिद, मोहम्मद जावेद के लिखित बयान लिए गए हैं। जब उन से पूछा कि मालेरकोटला हलके में 35 विभिन्न गांवों में गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूपों की बेअदबी हुई थीं जिसमें 2 पर्चे अमरगढ़ थाने में दर्ज किए गए थे, को बाद में रद्द कर दिया था कि वह भी जांच के घेरे में हैं तो उन्होंने कहा कि यदि अप्रैल 2017 से पहले का मामले है तो उनकी जांच की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि अफवाह फैलाई जा रही है कि कमीशन ने आम आदमी पार्टी के विधायक को नहीं बुलाया। जब किसी केस में कोई कर्मचारी होता है तो उसे बुलाया नहीं जाता। यदि आप विधायक अपना पक्ष रखना चाहता है तो वह अपना बयान कमीशन के पास दर्ज करवा सकता है। उधर आम आदमी पार्टी पंजाब के महासचिव डाक्टर जमील उर रहमान अधिकारियों व डी.एस.पी. को अपने बयान लिखवाने के लिए कहते रहे परन्तु उसे अनदेखा कर दिया गया।

इस मौके पर जिलाध्यक्ष राजवंत सिंह घुल्ली व महासचिव डाक्टर जमील उर रहमान ने प्रशासन प्रति रोष प्रकटाते हुए कहा कि इस बेअदबी जांच के लिए कमीशन के मालेरकोटला पहुंचने संबंधी उनको अवगत नहीं करवाया गया। उनकी पार्टी से संबंधित विधायक नरेश यादव को पवित्र कुरान शरीफ की बेअदबी मामले में उस समय की मौजूदा सरकार ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए साजिश के अंतर्गत फंसाया था। उन्होंने जस्टिस (पूर्व) रणजीत सिंह के पास गुहार लगाते हुए कहा कि इस मामले में उनके बयान भी लिए जाएं जिस पर जस्टिस (रिट) रणजीत सिंह ने उनको कहा कि यदि वह इस मामले में बयान लिखित कराना चाहते हैं तो वह करवा सकते हैं।

Anjna