बस स्टैंड की टूटी सड़कों को फंड की जरूरत

punjabkesari.in Saturday, Sep 14, 2019 - 10:13 AM (IST)

बरनाला(विवेक सिंधवानी, गोयल): बरनाला बस स्टैंड का पिछले 7 महीनों से कैंटीन का ठेका नहीं हुआ, जिस कारण लाखों रुपए का हर महीने नगर सुधार ट्रस्ट को नुक्सान हो रहा है जबकि बस स्टैंड बुनियादी सुविधाओं को तरस रहा है। बस स्टैंड की सड़कें टूटी पड़ी हैं। सफाई का बुरा हाल है जिस कारण यात्री अपनी रिश्तेदारी में जाने से पहले ही मिट्टी से लथपथ हो जाते हैं। 
बस स्टैंड में जो पार्क बनाया गया था वह भी पशुओं का बसेरा बन गया है। गर्मी के मौसम में पीने वाले ठंडे पानी का कोई पुख्ता प्रबंध नहीं। बस स्टैंड से प्रतिदिन लगभग 600 बसों का आना-जाना होता है जिसमें प्रतिदिन 30 हजार के करीब यात्री सफर करते हैं। 

बस स्टैंड की पर्ची तो ठेके पर चढ़ी हुई है जिससे नगर सुधार ट्रस्ट को लगभग 41 लाख रुपए की आमदनी हो जाती है परंतु कैंटीन का ठेका अभी तक नहीं चढ़ सका। कैंटीन के ठेके का रिजर्व रेट घटाकर 42 लाख रुपए कर दिया गया था, इसके बावजूद यह ठेका नहीं चढ़ा। आखिर ठेका कोई ले भी क्यों क्योंकि बिना ठेके के ही सामान बिक रहा है। बाल्टियों में भरकर कई लोग बसों में सरेआम सामान बेच रहे हैं। इसके बावजूद अधिकारी आंखें मूंदकर बैठे हैं व ट्रस्ट की कार्यप्रणाली पर बड़ा प्रश्न खड़ा होता है कि ट्रस्ट का पैसा कहां जाता है।

बस स्टैंड में लगे हुए हैं कूड़े के ढेर
बस स्टैंड में कूड़े के जगह-जगह पर ढेर लगे हुए हैं। एक जगह पर तो कूड़े का डम्प बना हुआ है। बदबू कारण वहां से गुजरना भी मुश्किल हुआ पड़ा है। प्रतिदिन हजारों यात्री आते हैं जिनकी सेहत से भी खिलवाड़ हो रहा है। कोई भी यात्री किसी भयानक बीमारी की चपेट में आ सकता है। पिछले कई महीनों से सीवरेज का पानी ओवरफ्लो हो रहा है परंतु नगर सुधार ट्रस्ट के अधिकारी इसकी तरफ ध्यान नहीं दे रहे।

गर्मी में पीने के लिए नहीं है शुद्ध ठंडा पानी
बस स्टैंड में भयानक गर्मी होने के बावजूद पीने के लिए शुद्ध ठंडा पानी उपलब्ध नहीं है। लुधियाना-बरनाला रूट के सामने जो वाटर कूलर लगा हुआ है वह कई महीनों से खराब पड़ा है। इसकी थोड़ी दूरी पर ही एक अन्य वाटर कूलर रख दिया गया है जो कि बिल्कुल एक साइड पर है जिसका यात्रियों को पता नहीं चलता। उस वाटर कूलर पर फिल्टर नहीं लगा हुआ। बस स्टैंड में फिल्टर पानी न मिलने कारण महंगे भाव में पानी की बोतलें खरीदने के लिए यात्री मजबूर होते हैं जबकि पानी प्राथमिक सुविधा है। 

हजारों यात्रियों की सुरक्षा भी भगवान भरोसे
बस स्टैंड के सी.सी.टी.वी. कैमरे पिछले कई वर्षों से खराब पड़े हैं जबकि रोजाना हजारों यात्री बस स्टैंड बरनाला में आते हैं। सी.सी.टी.वी. कैमरे खराब होने के कारण अपराधियों पर तीसरी आंख से नजर नहीं रखी जा रही। भीड़ वाले बस स्टैंड में कोई भी शरारती तत्व किसी घटना को आसानी से अंजाम दे सकता है। प्रशासन ने हजारों यात्रियों की जान खतरे में डाली हुई है। जब उनसे पूछा जाता है कि सी.सी.टी.वी. कैमरे कब ठीक होंगे तो उनका एक ही रटा-रटाया जवाब होता है कि जल्दी ही सी.सी.टी.वी. कैमरे ठीक करवा दिए जाएंगे। प्रशासनिक अधिकारी कुंभकर्णी नींद सोए पड़े हैं। 

Edited By

Sunita sarangal