सरकार प्लास्टिक के लिफाफे व डिस्पोजल बर्तन के उपयोग को रोकने में असफल

punjabkesari.in Monday, Sep 10, 2018 - 11:55 AM (IST)

शेरपुर (सिंगला): चाहे अदालतों व सरकारों ने घटिया प्रकार के प्लास्टिक के लिफाफे व डिसपोजेबल बर्तन को बनाने व बेचने पर पाबंदी लगाई है, परंतु पूरे पंजाब में यह आदेश सिर्फ कागजों तक ही सीमित होकर रह गए हैं। आज भी गंदे प्लास्टिक के लिफाफों के  प्रयोग व डिसपोजेबल बर्तन आम प्रयोग में लाए जा रहे हैं व इनके प्रयोग के बाद किया जाता दुरुपयोग हमारे शरीर व वातावरण के लिए कितना घातक सिद्ध हो रहा है शायद इसका हमें अंदाजा भी नहीं है। प्लास्टिक के लिफाफों के दुरुपयोग के कारण बेसहारा पशुओं को ‘मौत के मुंह’ में जाना पड़ रहा है।विवाह-शादियों, खुशी-गमी के समारोह में प्लास्टिक के डिसपोजेबल बर्तनों का प्रयोग बढऩे से मैरिज पैलेस समीप इनके ढेर इस बात की गवाही भरते हैं कि सरकार व संबंधित महकमा इनका प्रयोग रोकने में पूरी तरह सफल नहीं हो रहे हैं। इसके अलावा घरों के बाहर फैंके जाते ये प्लास्टिक के लिफाफे गंदे नाले व नालियों से गांवों के गंदे पानी की निकासी बने छप्पड़ों की धरती में पानी सोखने की समर्था खत्म कर देते हैं। पानी में डूबने के बाद ये धरती की सतह पर एक परत के रूप में जम जाते हैं। 

तंदुरुस्त मिशन पंजाब मुहिम के दौरान सरकार ने प्लास्टिक के प्रयोग पर पाबंदी लगाई हुई है, जो मापदंड सरकार ने तय किए हैं उनके अनुसार ही इसका प्रयोग होना चाहिए। इससे संबंधित विभाग के अधिकारियों को हिदायत की जाएगी की वे इस बात की चैकिंग करें ताकि मापदंड कानून अनुसार रखे गए हैं कि  लिफाफे उस अनुसार बाजार में प्रयोग किए जा रहे हैं।
-दीपक रूहेला एस.डी.एम. सब-डिवीजन धूरी

इनका प्रयोग करने के लिए हमें कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए, एक तो बाजार में वे लिफाफे ही प्रयोग में लाए जाएं जो सरकार व मापदंडों पर सही उतरते हों। दूसरा तेज रंगों व कच्चे कैमीकल वाले रंगों के लिफाफों का प्रयोग बिल्कुल बंद होना चाहिए। इसके प्रयोग से हमारे शरीर में कई प्रकार की बीमारियां पैदा होती हैं। 
 -एडवोकेट हरप्रीत सिंह नेता स्वर्णकार संघ शेरपुर।  
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एक लिफाफे की हमें कुछ समय के लिए जरूरत पड़ती है। इसके बाद वह लिफाफा व डिस्पोजेबल बर्तन लंबे समय तक प्रदूषण व परेशानी का कारण बनता है। कई बार जब घरों में इनका प्रयोग कर बाहर फैंक देते हैं तो उसे पशु निगल जाते हैं ।
-चमकौर सिंह आशट दीदारगढ़ पी.आर.ओ. लायंस क्लब शेरपुर।

प्लास्टिक के लिफाफों की बजाए हमें कपड़े से तैयार किए थैलों का प्रयोग सामान की खरीददारी करते समय करना चाहिए। दूसरा जिस तरह हिमाचल प्रदेश में प्लास्टिक के लिफाफों का प्रयोग करने पर सख्त कानून बना हुआ है और वहां का प्रशासन इसको सख्ती से लागू करवा रहा है इसी तरह पंजाब में इस कानून को सख्ती से लागू करना चाहिए। -कुलविंद्र कुमार काला वर्मा नौजवान नेता।

जिस तरह लोगों को बढ़ रहे प्रदूषण व अन्य बिमारियों बारे कैंप लगाकर जागरूकता पैदा की जा रही है, उसी तरह प्लास्टिक के लिफाफों का प्रयोग रोकने के लिए सरकार व प्रशासन को लोगों अंदर जागरूकता पैदा करने के लिए कैंपों का प्रबंध करना चाहिए। धरेलू औरतों को भी चाहिए कि वे थोड़े-बहुत सामान की खरीदारी करने के लिए टोकरियों का प्रयोग करें और प्रयोग किए लिफाफों को बाहर खुलेआम न फैंके क्योंकि इससे पर्यावरण प्रदूषित होता है।  -नरिंद्र सिंह अत्तरी समाज सेवी। 


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