आसमान छू रहे प्याज व टमाटर के रेट

punjabkesari.in Wednesday, Nov 13, 2019 - 01:32 PM (IST)

बरनाला(विवेक सिंधवानी,गोयल): देश में महंगाई दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है जिस कारण आम लोगों को अपना गुजारा करना मुश्किल हो गया है। सब्जियों के रेट आसमान छू रहे हैं परंतु सबसे अधिक रेट पिछले महीनों में प्याज व टमाटर के बढ़े हैं। प्याज 80 रुपए किलो, जबकि टमाटर 50 रुपए किलो बिक रहा है।

दुकानदारों की बिक्री हुई कम
प्याज बेचने वाले भवानदीन पांडे व गंगा सागर पांडे ने कहा कि 2-3 महीनों से प्याज के दाम 6 गुणा बढ़ गए हैं। 10-12 रुपए किलो बिकने वाला प्याज अब 80 रुपए किलो बिक रहा है, जबकि 20 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर 50 रुपए किलो बिक रहा है। हमारी लागतें बढ़ गई हैं व लाभ कम हो गया है। बिक्री भी 4 गुणा कम हो गई है। बिक्री कम होने से हमें अपना गुजारा करना मुश्किल हो गया है।

कालाबाजारी से बढ़े प्याज के रेट : विकास
समाज सेवी विकास कुमार बंटी ने कहा कि देश में कालाबाजारी का दौर चल रहा है, जिस कारण देश में प्याज के रेट बढ़े हैं। कालाबाजारी करने वालों ने थोक मात्रा में प्याज अपने पास जमा कर लिया व प्याज की कीमतें बढ़ गईं। अब धीरे-धीरे पुराना प्याज मार्कीट में आ रहा है। कालाबाजारी करने वाले मोटी कमाई कर रहे हैं। सरकार इस मामले में सोई हुई है। सरकार को फौरन इस मामले में दखल देना चाहिए।

खाने-पीने वाली चीजों के रेटों पर होना चाहिए कंट्रोल : गर्ग
जिला इंडस्ट्री चैंबर के अध्यक्ष विजय गर्ग ने कहा कि खाने-पीने वाली चीजों के रेटों पर सरकार का कोई कंट्रोल नहीं। यह सारा खेल जमाखोरी का है। जमाखोरी के कारण ही रेट बढ़ते व घटते हैं। यदि सरकार जमाखोरी करने वालों विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे तो रेट कम हो सकते हैं।

रसोई से दूर हुआ प्याज : नीरजा
नीरजा रानी ने कहा कि प्याज की जरूरत रसोई में रहती ही है। प्याज की कीमतें इतनी बढ़ गई हैं कि अब यह हमारी रसोई से दूर हो गया है। बाकी मसालों के रेट भी बढ़ गए हैं। सरकार को प्याज की कीमतें कम करने के लिए कोई उचित कदम उठाने चाहिए, ताकि लोगों को आसानी से प्याज उपलब्ध हो सके। 
 

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Sunita sarangal