रेगुलर न करने पर फार्मासिस्टों ने की हड़ताल

punjabkesari.in Friday, Jul 27, 2018 - 01:41 PM (IST)

बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): पंजाब भर में जिला परिषदों अधीन आती 1186 सरकारी ग्रामीण सेहत डिस्पैंसरियों में गत 12 वर्षों से ठेके पर कार्य कर रहे फार्मासिस्टों ने प्रांतीय कमेटी की ओर से किए गए जिला स्तरीय रोष प्रदर्शन, धरने के कार्यक्रम तहत आज जिला बरनाला के फार्मासिस्टों की ओर से ए.डी.सी. कार्यालय में एकत्र होकर नारेबाजी करते हुए ए.डी.सी. द्वारा मुख्यमंत्री पंजाब को ज्ञापन भेजा। आज के एक दिवसीय हड़ताल धरने को संबोधित करते हुए जिला प्रधान बरजेश कुमार ने बताया कि समूह फार्मासिस्ट 2006 में कैप्टन सरकार द्वारा ही ठेके पर नियुक्त किए गए थे। इस पालिसी में एक डाक्टर, एक फार्मासिस्ट व एक सेवादार को डिस्पैंसरी चलाने का ठेके पर प्रबंध किया गया था, ठेके पर कार्य करते डाक्टरों को वर्ष 2011 दौरान पक्का कर दिया गया परंतु फार्मासिस्टों की सेवाओं को ठेके पर ही जारी रखा गया जो कि आज भी नाममात्र वेतनों पर कार्य करने के लिए मजबूर हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने विधानसभा चुनावों से पहले सरकार बनते ही फार्मासिस्टों को रैगुलर करने का दावा किया था जो अब तक वफा न हुआ। सरकार बनने के बाद फार्मासिस्ट एसो. के शिष्टमंडल की लगातार पैनल बैठकें हुई हैं। जिसके तहत 10 जुलाई को हुई बैठक में फार्मासिस्टों की सेवाएं नियमित करने का फैसला हुआ है। जिसको देखते हुए यूनियन नेताओं ने ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग द्वारा फैसले को जल्द लागू करवाने के आज पंजाब भर में डी.सी. द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजे जाएंगे। 

अंत में यूनियन सदस्यों ने पंचायत विभाग को 10 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि 5 अगस्त तक मांगों को लागू करने की प्रक्रिया अधूरी रहती है तो 6 अगस्त को मोहाली में पंचायत डायरैक्टर कार्यालय आगे प्रांत स्तरीय रैली की जाएगी। आज के धरने को इकबाल सिंह, बलविन्द्र कुमार, संदीप कुमार, तेजिन्द्र सिंह, राम सिंह, राकेश कुमार, रमन कुमार, जगमोहन सिंह, भगवंत सिंह, हरदीप कौर आदि ने भी संबोधित किया। 
 

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