इस वर्ष का धान का सीजन बना सरकार के लिए गले की फांस

punjabkesari.in Friday, Nov 02, 2018 - 12:32 PM (IST)

बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): बरनाला शैलर एसो. खरीद एजंैसियों द्वारा ज्यादा नमी वाला चावल शैलरों में लगाने के विरोध में हड़ताल पर चली गई है। पंजाब की ज्यादातर अनाज मंडियों में शैलर मालिक मंडियों में ज्यादा नमी वाला चावल आने के कारण हड़ताल पर चले गए हैं। जिस कारण इस वर्ष का धान का सीजन सरकार के लिए गले ही फांस बन गया है।

एक ओर तो किसान व आढ़ती मिलकर सरकार पर मंडियों में आए चावल खरीदने के लिए आंदोलन कर रहे हैं तथा चावल खरीदने के लिए दबाव डाल रहे हैं, दूसरी तरफ शैलर मालिक धान में ज्यादा नमी होने के कारण हड़ताल पर जा रहे हैं जिस कारण अनाज मंडियों में कामकाज ठप्प होकर रह गया है। गत दिवस हरीगढ़ में किसानों व आढ़तियों ने इस मामले को लेकर राष्ट्रीय मुख्य मार्ग जाम किया था तथा दूसरी तरफ शैलर मालिक भी ज्यादा नमी वाला चावल शैलरों में लगवाने के कारण विरोध में आ खड़े हुए हैं। जिला बरनाला शैलर एसो. ने पंजाब के खुराक सिविल सप्लाइज के डायरैक्टर को लिखित शिकायत भी भेजी है। 

शैलर एसो. के दोनों अध्यक्षों भारत भूषण घौना व अजैब सिंह जवंधा ने कहा कि खरीद एजैंसियां आढ़तियों से मंडियों में 23-24 प्रतिशत नमी वाला धान भरवा रही हैं। जब राइस मिलर 14-15 प्रतिशत नमी वाला चावल एफ.सी.आई. को देते हैं तो उन्हें 10 हजार रुपए प्रति गाड़ी काट लगा दी जाती है। उन्होंने आगे बताया कि ज्यादा नमी वाले धान को धक्के से राइस मिलों में भेजा जा रहा है। राइस मिल मालिकों ने मांग की कि उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा जल्द से जल्द बरनाला मंडी व साथ लगती मंडियों में भरी बोरियों की नमी की औचक चैकिंग करवाई जाए, क्योंकि अगर यह धान राइस मिलों में धक्के से लगा भी दिया गया तो राइस मिलर इस चावल का भुगतान करने में असमर्थ होंगे। 

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