अध्यापकों का कांग्रेस सरकार प्रति आक्रोश: लोहड़ी पर जलाई सरकार की अर्थी

punjabkesari.in Tuesday, Jan 15, 2019 - 01:15 PM (IST)

बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): मांगें न माने जाने के रोष स्वरूप सांझा अध्यापक मोर्चे के नेतृत्व में किसानों, मुलाजिमों के सहयोग से अध्यापकों ने स्थानीय चिंटू पार्क में एकत्रित होकर पंजाब सरकार का पिट-स्यापा कर शिक्षा मंत्री की अर्थी फूंकी। इस मौके पर सांझा अध्यापक मोर्चे के जिला नेता गुरमीत सुखपुर ने कहा कि जहां आज पूरा देश लोहड़ी व माघी के पवित्र दिवस की खुशियां मना रहा है, वहीं पंजाब के एस.एस.ए./रमसा अध्यापकों के साथ पंजाब सरकार जुल्म कर रही है।

सरकार अध्यापकों की गत 10 वर्षों की सेवाओं को नजरअंदाज करते हुए अध्यापकों को विभाग में रैगुलर करने की आड़ में मौजूदा वेतन पर 75 प्रतिशत कट लगाकर 15,300 रुपए वेतन लेने के लिए मजबूर कर रही है, जिस तहत अध्यापकों की जहां बड़े स्तर पर विकटेमाइजेशनें की हैं, वहीं गत 8 महीनों से वेतन भी जारी नहीं किए जिस कारण अध्यापकों के जहां पहले दशहरा, दीवाली, नववर्ष सूखे व्यतीत हुए हैं, वहीं लोहड़ी व माघी के त्यौहार पर भी अध्यापकों के हाथ खाली हैं।

इस मौके पर निर्मल चुहाणके, सुरिंदर कुमार, सिकंदर सिंह, कुलविंदर रामगढ़ ने कहा कि 56 दिनों के पटियाला में सांझे अध्यापक मोर्चे के धरने में आकर अध्यापकों की कि विकटेमाइजेशनें तुरंत रद्द करने और 5178 अध्यापकों को 1 जनवरी, 2019 से पूरे वेतन पर रैगुलर करने और 8886 एस.एस.ए./रमसा अध्यापक आदर्श व मॉडल स्कूलों में कार्य करते अध्यापकों के वेतनों में की कटौती के मामले पर फिर से ध्यान देने के लिए मुख्यमंत्री से मीटिंग तय करवाकर मीडिया समक्ष जो वायदे किए अभी तक पूरे नहीं हुए जिसे लेकर मोर्चा द्वारा फिर से संघर्ष की शुरूआत करते हुए जिला हैडक्वार्टरों पर लोहड़ी के त्यौहार पर शिक्षा मंत्री की अर्थी जलाई गई और 3 फरवरी को मुख्यमंत्री के शहर पटियाला में राज्य स्तरीय रैली कर कांग्रेस सरकार को किए वायदे पूरे करवाने के लिए मजबूर किया जाएगा व मांगों की पूर्ति तक संघर्ष को और तीव्र किया जाएगा।

Anjna