ट्रंप के भारत दौरे के विरोध में गूंजे ‘ट्रंप वापिस जाओ’ के नारे

punjabkesari.in Tuesday, Feb 25, 2020 - 10:28 AM (IST)

बरनाला/ तपा मंडी(विवेक सिंधवानी, गोयल, गर्ग, शाम): अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे का पंजाब के इंकलाबी संगठन इंकलाबी केन्द्र पंजाब व लोक मोर्चा पंजाब द्वारा सख्त विरोध करते हुए सिविल अस्पताल पार्क में रैली करने के बाद शहर में मार्च करके डोनाल्ड ट्रंप वापिस जाओ के नारे लगाए गए।

सिविल अस्पताल में हुई रैली को संबोधन करते हुए नारायण दत्त, सतनाम दीवाना व रजिन्द्र ने बताया कि डोनाल्ड ट्रंप वह साम्राज्य ताकतों का प्रतिनिधि जिसके जबाड़े करोड़ो लोगो के खून से रंगे हुए है। यह वही सामराज्य ताकतों का उच्च प्रतिनिधि जो पूरी दुनिया कभी अफगानिस्तान, कभी ईराक, कभी सीरिया, कभी फिलस्तीनी लोगों को युद्ध से मारता भी है उनके प्राकृतिक स्रोत की लूट करके उन पर कब्जा भी करता है। ग्रामीण सभ्यता तबाह होने से खेती पर 50 प्रतिशत लोग उजाड़े की कगार पर धकेल दिए जाएंगे। ट्रंप के इस दौरे पर 150 करोड़ रुपए पानी की तरह बहाए जा रहे हैं। झोंपड़ियों को उजाड़ा जा रहा है। इस समय अमरजीत कौर, केवलजीत कौर, अजमेर कालसां, सुखविन्द्र सिंह, हरविन्द्र दीवाना, हरमेश कुमार, चमकौर सिंह, गुरमीत सिंह, गुरमेल सिंह, हरचरण चहल, बलवंत उपली, गुरदेव मांगेवाल आदि नेता हाजिर थे।   

पंजाब किसान यूनियन की तरफ से सब-डिवीजन तपा के गांवों में अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के भारत दौरे के विरोध में अर्थियां फूंककर रोष मुजाहिरा किया गया। पंजाब किसान यूनियन के प्रधान जग्गा सिंह बदरा ने यहां प्रैस नोट जारी करते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने अमेरिका के राष्ट्रपति का भारत पहुंचने पर 100 करोड़ खर्च करके गुजरात राज्य में गरीबों की झोंपड़ियों आगे स्वच्छ भारत अभियान के लिए एक दीवार लगाकर भारत को छिपाने का यत्न किया है।

उन्होंने कहा कि इसके विरोध में आज भी अर्थी फूंक मुजाहिरे किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार दलित वर्ग को सहूलियतें देने से कतरा रही है और उनके घरों के आगे लगे ढेर छिपाने के लिए दीवारें बनाकर परेशान किया जा रहा है, क्योंकि भारत सरकार दिखा सके कि देश में बिल्कुल भी भुखमरी नहीं है। इस मौके पर निरंजन सिंह बदरा खजांची, बिन्दर सिंह प्रधान असपाल कलां, गुलाब सिंह कोटदुंन्ना, गुरजंट सिंह राजे, मघ्घर सिंह पंधेर, मिट्ठू सिंह काहनेके, मोहन सिंह रूड़ेके कलां, सुखचैन सिंह नंबरदार बदरा, महेन्द्र सिंह बदरा आदि ने रूड़ेके कलां, बदरा, धौला, पक्खो कलां गांवों में अर्थियां फूंकीं। 

Edited By

Sunita sarangal