अध्यापकों ने तेज की संघर्ष की धार

punjabkesari.in Saturday, Nov 17, 2018 - 01:32 PM (IST)

बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): वेतन कटौती के खिलाफ व समूह अस्थायी अध्यापकों को पूरे वेतन पर रैगुलर करवाने के लिए 7 अक्तूबर से पटियाला में सांझा अध्यापक मोर्चे के नेतृत्व में चल रहे पक्के मोर्चे व शृंखलावार भूख हड़ताल का सवा महीना बीत जाने पर भी सरकार अभी तक कुंभकर्णी नींद सोई पड़ी है। सरकार की आंखें खोलने के लिए सांझा अध्यापक मोर्चे ने अपने संघर्ष की धार तीखी कर ली है। 18 नवम्बर को वित्त मंत्री मनप्रीत बादल की रिहायश बङ्क्षठडा व शिक्षा मंत्री ओ.पी. सोनी की रिहायश अमृतसर का सांझा अध्यापक मोर्चा द्वारा घेराव करके धरना दिया जाएगा।

इस संबंधी तैयारी स्वरूप सांझा अध्यापक मोर्चा बरनाला के नेताओं द्वारा ङ्क्षचटू पार्क बरनाला में बैठक करते मोर्चे के जिला नेता सुखदीप तपा, राजीव कुमार, सुरेन्द्र कुमार, लखबीर, सिकंदर सिंह, सुखबीर सिंह, बलदेव धौला व मेवा सिंह ने बताया कि बरनाला जिले द्वारा बङ्क्षठडा में 18 नवम्बर को वित्त मंत्री की रिहायश के घेराव में बरनाला में से अध्यापक, किसान, मुलाजिम, मजदूर व छात्र शमूलियत करेंगे।

पंजाब सरकार पर बरसते नेताओं ने कहा कि पंजाब के खजाना मंत्री ने जब से पंजाब के खजाने की चाबी संभाली है तब से मुलाजिमों के लिए सांप की तरह कुंडली मारकर बैठ गए जिसको वह मुलाजिमों द्वारा मिलते बड़े टैक्सों से भर तो रहे हैं परंतु उसमें से पूरा वेतन देना बोझ लगता है। 18 नवम्बर को मनप्रीत बादल की खजाने की चाबी छीनकर खजाने का मुंह आम लोगों के लिए खोलेंगे व अध्यापकों की वेतन कटौती वापस करवाकर ही दम लेंगे। इस दौरान हरिन्द्र मल्लियां, जगजीत ठीकरीवाला, गुरप्रीत भोतना,अमरीक सिंह, कुलवंत सिंह व सोनदीप उपस्थित थे। 

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