मलकाना के सूए में पड़ी 45 फुट दरार, किसानों की 350 एकड़ गेहूं की फसल

punjabkesari.in Wednesday, Jan 23, 2019 - 10:33 AM (IST)

रामां मंडी: शहर में संदोहा ब्रांच अधीन पड़ते गांव मलकाना के पास बहते सूए में अचानक 45 फुट चौड़ी दरार पडऩे के कारण तकरीबन 350 एकड़ गेहूं की फसल में पानी भरने का मामला ध्यान में आया है। जानकारी के अनुसार सूए में दरार पडऩे की सूचना मिलते ही पास के खेतों के किसान मौके पर पहुंचे। 

खेतों के मालिकों नंबदार गुरदीप सिंह, बलवंत सिंह प्रधान, गुरप्रीत सिंह, नैब सिंह, लाभ सिंह, काहन सिंह, छोटा सिंह आदि किसानों ने बताया कि सूए में दरार पडऩे से नहर का सारा पानी खेतों की तरफ आ गया, जिसकी सूचना तुरंत नहरी विभाग को दी गई। सरपंच बलविंद्र सिंह भूंदड़, गुलजार सिंह पप्पू पूर्व सरपंच ने बताया कि एक तो रजबाहे का लैवल सही नहीं दूसरा रजबाहे का बैड कच्चा है जिसके चलते एक साल में 5वीं बार दरार पड़ी है, जिस कारण किसानों की करीब 350 एकड़ गेहूं की फसल में पानी भर जाने के कारण वह खराब हो चुकी है परंतु पानी को विभाग के कर्मचारी बंद नहीं करवा सके और पानी पूरी तेजी से आगे बढ़ रहा है। किसानों ने बताया कि सुबह 5 बजे सूए में दरार पड़ी। जानकारी मिलने पर वे अपने स्तर पर ही ट्रैकटर-ट्रालियां और मिट्टी के गट्टों द्वारा दरार को बंद करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि यह काम संबंधित महकमे के कर्मचारियों का है। 

क्या कहना है नहरी विभाग के एस.डी.ओ. का
जब इस मामले संबंधी नहरी विभाग के एस.डी.ओ. खुशविंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा सूए के मोघे को बंद कर देने के कारण सूए में दरार पड़ी है। उन्होंने बताया कि पानी का बहाव कम करवा दिया गया है। जल्दी ही पानी बंद हो जाएगा।

मुख्यमंत्री से की किसानों को मुआवजा देने की मांग
इस संबंधी भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के जिला जनरल सचिव सरूप सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह से पुरजोर मांग की कि किसानों की खराब हुई फसल की विशेष गिरदावरी करवा कर पीड़ित किसानों को 40 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाए और जो किसान अपने स्तर पर दरार को बंद करने के लिए जे.सी.बी. लगवा कर खर्चा कर रहे हैं, उसकी क्षतिपूर्ति नहरी विभाग करे।

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