अकाली दल ने छोड़ा सिद्धू का साथ

punjabkesari.in Saturday, Jun 23, 2018 - 12:21 PM (IST)

बठिंडा(अबलू): अंतत: आज शिरोमणि अकाली दल ने गुरुद्वारा खालसा दीवान सिंह सभा के पूर्व अध्यक्ष भाई राजेंद्र सिंह सिद्धू से नाता तोड़ लिया है। पत्रकार सम्मेलन के दौरान पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला ने कहा कि भाई सिद्धू की जो आडियो वायरल हुई है, उस पर दर्ज हुए मामले अधीन वह जेल में हैं और सारा केस अदालत में विचाराधीन है। अगर सिद्धू निर्दोष होकर बाहर निकला तो उसको पार्टी में शामिल करने बारे सोचा जा सकता है लेकिन शिरोमणि अकाली दल उसके साथ नहीं है। उन्होंने कहा कि दलित लड़की के साथ हुई घटना निंदनीय है और उक्त मामले की निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए। 

उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा खालसा दीवान सिंह सभा का मुद्दा अलग है, जिस पर खजाना मंत्री मनप्रीत सिंह बादल अपने रिश्तेदार जौहल की धक्केशाहियों से कब्जा करना चाहते हैं लेकिन शिरोमणि अकाली दल किसी भी धक्केशाही से नहीं डरता और इसका मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा। सिंगला ने कहा कि हम मनप्रीत बादल को बताना चाहते हैं कि उनके द्वारा चाहे गिद्दड़बाहा में धक्केशाही से कब्जे किए गए हैं लेकिन बङ्क्षठडा में अकाली दल ऐसा नहीं करने देगा। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा साहिब की कमेटी पर आज भी चुने गए प्रतिनिधियों का कब्जा है और सिद्धू ने उस पर दर्ज मामले से 10 दिन पहले ही 15 सदस्यों की मौजूदगी में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करते हुए सुखदेव सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष लगाया था। 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने कांग्रेसियों का बड़ा इकट्ठ करके 4 दिन पहले पार्टी में शामिल किए गुरमीत सिंह गीता को संविधान के विपरीत अध्यक्ष घोषित किया गया है और घोषित कार्यकारिणी में भी सभी कांग्रेसियों को शामिल किया गया है, जिससे साबित होता है कि मनप्रीत बादल धक्के से धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं पर कब्जा करना चाहते हैं लेकिन उनके ये मंसूबे कभी कामयाब नहीं होने देंगे। सिंगला ने अकाली पार्षद तरलोचन द्वारा दिए इस्तीफे बारे कहा कि तरलोचन सिंह लंबे समय से पार्टी के खिलाफ गतिविधियां कर रहा था और अब कांग्रेस का एजैंट बनकर काम कर रहा है।

Vatika