सावधान! कहीं आपके बच्चे भी न हो जाएं मोटापे का शिकार

punjabkesari.in Wednesday, Sep 12, 2018 - 01:16 PM (IST)

बठिंडा: मोटापा किसी को भी अपनी चपेट में ले सकता है, फिर वे चाहे बच्चे ही क्यों न हों। इसलिए हर मां-बाप को अपने बच्चों में मोटापे को लेकर सावधान रहना चाहिए। रिपोर्ट्स बताती हैं कि बच्चे मोटापे से खासतौर पर प्रभावित हो रहे हैं जिसके कारण बच्चों में सेहत से जुड़ी अन्य समस्याएं भी बढ़ रही हैं। आधुनिक जीवनशैली का सबसे बड़ा दुष्प्रभाव मोटापा ही है। मोटापे से कई बीमारियां हो जाती हैं। मोटापे से बचने के लिए खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि मोटापे से बचने का यही सबसे आसान उपाय है। 

भारत में बढ़ रहा बच्चों में मोटापा
मोटापे की समस्या दुनियाभर में फैल रही है जिसका शिकार बड़ों के साथ-साथ बच्चे भी हो रहे हैं। भारत में भी मोटापा एक भयंकर समस्या के रूप में उभर रहा है। बीते सालों के आंकड़ों पर गौर करें तो दिल्ली में 28 फीसदी वयस्क पुरुष और 47 फीसदी वयस्क महिलाएं मोटापे की समस्या से ग्रस्त हैं। ये आंकड़ा अब और अधिक बढ़ गया है। कुछ समय पहले जारी आंकड़ों के मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अनुमान के अनुसार दुनिया भर में 5 साल से कम आयु के करीब 2 करोड़ 20 लाख बच्चे अपने वजन से अधिक पाए गए, जो कि विश्व के भविष्य के लिए खतरा है। 

क्या है बच्चों में मोटापे का कारण
मोटापे के मुख्य कारण आधुनिक युग का खानपान तथा खेलकूद से दूरी को माना जा रहा है। बच्चे तरह-तरह के चटपटे पदार्थ व फास्ट फूड आदि पसंद करते हैं जो उनके मोटापे का कारण बनता है। यही नहीं आजकल के बच्चे अपना अधिकांश खाली समय किसी खेल के मैदान, साइक्लिंग या योगा आदि के बजाय टी.वी. के सामने बैठकर बिताते हैं। यही नहीं बच्चों में मोबाइल फोन को लेकर भी भारी क्रेज है जो बच्चों को खेलने-कूदने से रोकता है। मोटापे के कारण बच्चे कई प्रकार की अन्य बीमारियों आत्मविश्वास में कमी, डिप्रैशन, ईटिंग डिस्आर्डर, अकेलापन, डायबिटीज, स्लीप एपेनिया, अस्थमा, कब्ज, लिवर पर फैट्स जमना आदि बीमारियों का शिकार भी बन सकते हैं। 

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