रिश्वत लेने के मामलों में जेल के डिप्टी सुपरिंटैंडैंट बराड़ को भी सैंट्रल जेल भेजा

punjabkesari.in Wednesday, May 23, 2018 - 01:03 PM (IST)

मानसा (मित्तल): जिला जेल मानसा में कैदियों से रिश्वत लेने के मामले में आज विजीलैंस विभाग की टीम ने जेल सुपरिंटैंडैंट व डिप्टी सुपरिंटैंडैंट गुरजीत सिंह बराड़ को रिमांड खत्म होने पर फिर माननीय अदालत में पेश किया और माननीय अदालत ने 14 दिनों के ज्यूडीशियल रिमांड पर सैंट्रल जेल बठिंडा भेज दिया।उनका आज पुलिस रिमांड खत्म हो गया था और विजीलैंस टीम की तरफ से जिला जेल, मानसा में बने डिप्टी सुपरिंटैंडैंट के दफ्तर की अलमारी जो पहले विजीलैंस की तरफ से सील की थी, की तलाशी ली तो उस अलमारी में से बीड़ी के 29 बंडल, 97 नशीली गोलियां, 22 मोबाइल और 7 सिम बरामद हुए थे। 

 

विजीलैंस विभाग के डी.एस.पी. मनजीत सिंह सिद्धू ने बताया कि डिप्टी सुपरिंटैंडैंट की अलमारी में से मिले सामान ने सब को हैरान कर दिया है और यह कभी सोचा ही नहीं था कि ऐसे अधिकारी की निजी अलमारी में ऐसे नशीले पदार्थ और मोबाइल फोन आदि मिलेंगे। उन्होंने कहा कि उक्त मामलों की भी गंभीरता के साथ पड़ताल की गई है कि यह मोबाइल किन व्यक्तियों के हो सकते हैं और यह सिम किस-किस के नाम पर खरीदे गए थे। उन्होंने कहा कि यह लगता है कि बीडिय़ों के बंडल कैदियों की जरूरत को मुख्य रखते ही मंगवाए गए हैं, परन्तु विभाग इन मामलों को कई पक्षों से पढ़ रहा है। 

 

उल्लेखनीय है कि जिला जेल मानसा में कैदियों से रिश्वत लेने के आरोप में फंसे डिप्टी सुपरिंटैंडैंट गुरजीत सिंह बराड़ ने मानसा कोर्ट में सरैंडर कर दिया था। 17 दिसम्बर 2017 को जिला जेल मानसा में बंद कैदी गौरव के भाई रविंद्र कुमार निवासी शाहाबाद मारकंडा (हरियाणा) ने यह शिकायत की थी कि डिप्टी सुपरिंटैंडैंट गुरजीत सिंह बराड़ जेल में बंद कैदियों से उन को मनमर्जी के साथियों के साथ बैरकों में रखने, जेल अंदर मोबाइल व अन्य सहूलियतें देने और मन पसंद कार्य पर लगाने के बदले 10 हजार रुपए रिश्वत लेता था। उसके इस काम को सहायक सुपरिंटैंडैंट सिकंदर सिंह कैंटीन में काम करते कैदी पवन कुमार की देख-रेख में कराता है। एस.पी. विजीलैंस भुपिंदर सिंह सिद्धू ने बताया कि मुकद्दमे की जांच दौरान बरामद दस्तावेजों व दोषी कैदी पवन कुमार से पूछताछ पर दविंदर सिंह रंधावा सुपरिंटैंडैंट जेल, गुरजीत सिंह बराड़ डिप्टी सुपरिंटैंडैंट व सिकंदर सिंह सहायक सुपरिंटैंडैंट (जेल) कैदियों/हवालातियों से उन को मनमर्जी के साथियों के साथ बंद रखने, मोबाइल फोन, हीटर, गद्दे आदि सुविधाएं देने, नशों के प्रयोग की छूट देने व ड्यूटी में बिना लिखाए मुलाकात की सुविधाएं देकर रिश्वत हासिल करने के खुलासे हुए थे।

Vatika