एक डाक्टर के सहारे ही चल रहा भुच्चो का अस्पताल, SMO की भी हुई बदली

punjabkesari.in Thursday, May 17, 2018 - 12:35 PM (IST)

भुच्चो मंडी (नागपाल): करोड़ों रुपए की लागत से बने 2 मंजिल कम्युनिटी हैल्थ सैंटर सेहत विभाग की अनदेखी के कारण वीरान होता जा रहा है। पहले ही डाक्टर व स्टाफ की कमी कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था और अब सैंटर के एस.एम.ओ. डाक्टर तेजवंत सिंह का ही तबादला कर दिए जाने से सिर्फ डैंटल सर्जन डाक्टर धीरज रह गए है और उनको ही कार्यकारी एस.एम.ओ. का चार्ज दिया गया है।

अस्पताल में कोई सर्जन नहीं है। इसके अलावा पिछले 2 वर्ष से अस्पताल में महिला डाक्टर की पोस्ट खाली पड़ी है जिसके कारण महिला मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार द्वारा एक डाक्टर को डैपूटेशन पर भेज दिया है जिससे मरीजों को कुछ राहत मिली हुई है। एकत्र की जानकारी अनुसार यह अस्पताल न तो सरकार द्वारा चुने 100 अस्पतालों में आता है और न ही यह सी कैटागरी में आता है। गौर है कि सरकार द्वारा प्रांत में सलैक्ट किए 100 अस्पतालों में पहले सभी सहूलियतें मुहैया करवाने के बाद दूसरे अस्पतालों में कमियां पूरी की जाती हैं। इस अस्पताल में किसी भी डाक्टर द्वारा आने में दिलचस्पी न दिखाने का एक कारण मंडी का यह अस्पताल ग्रामीण क्षेत्र में न होकर शहरी क्षेत्र में पड़ता है जिससे यहां आने वाले स्टाफ को ग्रामीण क्षेत्र सहूलियतें मुहैया नहीं मिलती।

अस्पताल में तैनात 3 फार्मासिस्टों में 2 फार्मासिस्टों की बदली हो चुकी है और उनकी जगह किसी अन्य फार्मासिस्ट की नियुक्ति नहीं हुई और तैनात फार्मासिस्ट भी छुट्टी पर है। स्टाफ की कमी होने कारण अस्पताल में मरीजों को दवाइयां देने के लिए खोली दुकान भी पिछले एक वर्ष से बंद पड़ी है। सरकार द्वारा इस अस्पताल की अनदेखी किए जाने पर इलाके के लोगों में भारी रोष पाया जा रहा है और मंडी की लोक भलाई संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने बताया कि अस्पताल में बढिय़ा आप्रेशन थिएटर हैं लेकिन उनका प्रयोग न होने कारण वे सफेद हाथी बन गए हैं। इसके अलावा अस्पताल की दूसरी मंजिल तो खंडहर ही बनती जा रही है। अस्पताल की इस धक्केशाही के खिलाफ समाज सेवी संस्थाओं द्वारा संघर्ष करने के लिए विचार की जा रही है। 

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