हड़ताल खत्म करने को लेकर बार कौंसिल दोफाड़, दोनों गुटों में हाथापाई

punjabkesari.in Saturday, Mar 16, 2019 - 01:40 PM (IST)

बठिंडा (विजय): कोर्ट कॉम्पलैक्स के बाहर अवैध रूप में बने खोखे जिला प्रशासन द्वारा रविवार को पीले पंजे की सहायता से तहस-नहस कर दिए और अतिक्रमण को खाली करवाया, जिसे लेकर वकीलों व वहां मौजूद टाइपिस्टों, अर्जी नवीसों ने जिला प्रशासन व सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए वकीलों के साथ हड़ताल पर जाने का फैसला किया।

5 दिनों से वकील काम बंद कर हड़ताल पर बैठे हुए हैं, जिससे कोर्ट में आने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मामला उस समय गर्माया, जब शुक्रवार को बार कौंसिल के अध्यक्ष गुरइकबाल सिंह चहिल के नेतृत्व में बार कौंसिल के कुछ सदस्यों ने हड़ताल वापस लेने का फैसला कर लिया। उनका तर्क था कि 5 दिन से चली आ रही हड़ताल से अदालत का काम प्रभावित हो रहा है और लोग भी परेशान हो रहे हैं। उनके इस ऐलान के बाद ही दूसरे धड़े का नेतृत्व कर रहे पूर्व अध्यक्ष रणजीत सिंह जलाल, जतिंद्र सिंह खट्ड, जसवीर सिंह, राजविंद्र सिंह सिद्धू व अन्य ने कहा कि जब तक एक वकील के साथ दुव्र्यवहार करने वाले डी.एस.पी. कर्ण शेर सिंह माफी नहीं मांगते हड़ताल खत्म नहीं होगी। इस मामले को लेकर दोनों गुट आमने-सामने हो गए, तभी चहिल धड़े के एडवोकेट महेश कटारिया व एडवोकेट हेमराज में हाथापाई हो गई, जिससे कटारियों के चोटें लगीं और उन्हें सिविल अस्पताल उपचार के एमरजैंसी वार्ड में दाखिल करवाया गया और इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई।

आज पहुंचेंगे हाईकोर्ट के जस्टिस
दो गुटों में बटी बार कौंसिल के कुछ वकील अदालत में पेश हुए, जबकि कुछ गैर-हाजिर रहे। धरना दे रहे वकीलों के धड़े ने ऐलान किया कि शनिवार को हाईकोर्ट के जस्टिस इस मामले को लेकर बठिंडा कोर्ट कॉम्पलैक्स में पहुंच रहे हैं, उनसे बातचीत के बाद ही फैसला लिया जाएगा। उनका कहना था कि सारा मामला उनके ध्यान में लाया जाएगा व प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के नाम पर जो लोगों की रोजी-रोटी पर पीला पंजा चलाया, उसका हिसाब भी किया जाएगा। 

अध्यक्ष पर कांग्रेस से सांठ-गांठ का आरोप 
5 दिन से लगातार चले आ रहे धरने को बार कौंसिल के अध्यक्ष गुरइकबाल सिंह चहिल ने जैसे ही खत्म करने का ऐलान किया बार कौंसिल 2 गुटों में बंट गई। एक गुट अध्यक्ष के पक्ष में व दूसरा विरोध में खड़ा हो गया, जिसे वहां की स्थिति तनावपूर्ण हो गई। चहिल गुट धरना समाप्त कर चला गया और दूसरे गुट ने धरना देकर नारेबाजी शुरू कर दी उन्होंने अध्यक्ष चहिल पर आरोप लगाया कि वह वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के कहने पर धरने को समाप्त करना चाहते हैं। जलाल ग्रुप का आरोप था कि चहिल की कांग्रेस पार्टी के साथ सांठगांठ है, इसलिए आज वित्त मंत्री शहर में आए तो उन्होंने धरना समाप्त करने के लिए कहा। एडवोकेट चहिल का कहना है कि उनका संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक डी.एस.पी. कर्णशेर सिंह माफी नहीं मांगते लेकिन लोगों की असुविधा को देखते हुए केवल हड़ताल वापस ली गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग राजनीति शह पर इस मामले को उभारने की कोशिश कर रहे हैं। 

अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेंगे: चहिल
बार कौंसिल के अध्यक्ष चहिल ने कहा कि हेमराज को बार कौंसिल से बर्खास्त कर दिया है और वह कोई भी अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेंगे। पर्दे के पीछे जो भी बार कौंसिल कमजोर करने की कोशिश कर रहा है, उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी। 

5 दिन से लगातार हड़ताल पर हैं वकील
जिला प्रशासन के आदेशों पर रविवार को नगर निगम व पी.डब्ल्यू.डी. ने संयुक्त अभियान में पुलिस की सहायता से कोर्ट कॉम्पलैक्स के बाहर बने 70-80 बूथों व खोखों पर पीला पंजा चला दिया था। इन बूथों में कुछ वकील, टाइपिस्ट, अष्टामफरोश, नोटरी, फोटो स्टेट वाले अपना रोजगार चला रहे थे और जिला प्रशासन ने बिना किसी सूचना व नोटिस के जे.सी.बी. की सहायता से सभी बूथों व खोखों को तोड़ डाला था। अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए कुछ वकीलों की डी.एस.पी. शहरी-2 के साथ बहस हो गई थी और वकीलों ने आरोप लगाया कि डी.एस.पी. ने उनसे दुव्र्यवहार किया है, जिसे लेकर वकील वर्क सस्पैंड कर हड़ताल पर चले गए थे। वकीलों ने धरना-प्रदर्शन भी किया। जिला प्रशासन अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की व पुतले जलाए और कहा कि जब तक डी.एस.पी. माफी नहीं मांगते धरना खत्म नहीं होगा। 

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