Lockdown में टूटने लगा लोगों के सब्र का बांध, कहा- 'कब खत्म होगा तबाही का मंजर'!

punjabkesari.in Wednesday, Apr 29, 2020 - 02:46 PM (IST)

बठिंडा (विजय): कोरोना वायरस (कोविड-19) के चलते लोगों की जुबान पर एक ही शब्द है कि कब मिलेगा कैद से छुटकारा क्योंकि 22 मार्च के बाद से लॉकडाऊन व कर्फ्यू को झेल रहे लोगों के सब्र का बांध टूटने लगा। पूरा विश्व ही कोविड-19 की महामारी की चपेट में है लेकिन पिछले कुछ दिनों से राहत की भी खबरें आई।

लोग एक दूसरे को पूछ रहे है कि इस तबाही का मंजर कब खत्म होगा कोई नहीं जानता। कुछ कहते है कि यह अक्तूबर तक चलेगा या कुछ का कहना है कि अभी एक वर्ष लगेगा जब तक इसकी वैक्सीन तैयार नहीं होती। वहीं कुछ ऐसे देश भी है जहां कोरोना का प्रकोप घटने के संकेत मिले है जिनमें आस्ट्रेलिया, फिलपाइन जैसे देश शामिल है। वहां अब न मात्र ही मामले है जबकि नया कोई भी मामला सामने नहीं आया। भारत में भी 85 ऐसे जिले है जहां पिछले 10 दिनों से कोई केस सामने नहीं आया जबकि अन्य स्थानों पर भी इस महामारी का खात्मा होता जा रहा है। आखिर यह कैसे हो रहा है? इसके पीछे का सत्य यह है कि लॉकडाऊन व सोशल डिस्टैंस के कारण कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी दर्ज की गई। अगर यहीं सिलसिला अगले एक दो माह तक रहा तो कोरोना संक्रमण को बॉय-बॉय कहना होगा। 

अच्छी खबर 20 जून को होगा अंत
बेशक संभावनाएं कम है लेकिन यह बात सत्य है कि अगर लॉकडाऊन व सोशल डिस्टैंस के साथ कर्फ्यू का सही तरीके से पालन किया गया तो 20 जून को देश में कोरोना का खात्मा संभव है। सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ टैक्नीकल साइंस की मानें तो 18 मई से भारत में कोरोना के मामले में 88 प्रतिशत की कमी आएगी। अगर यही सिलसिला जारी रहा तो 20 जून को देश कोरोना संक्रमण के बंधन से मुक्त होगा। इस यूनिवर्सिटी में 190 देशों पर अध्ययन किया व उसके आंकड़े भी दर्ज किए कैसे कोरोना फैला ओर कौन से क्षेत्र में इसका प्रभाव अधिक रहा, यह सब रिपोर्ट में दर्ज है। 

चेन्नई, महाराष्ट्र्र, गुजरात में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है और आसपास के क्षेत्र इसकी चपेट में आ रहे है। इन राज्यों को छोड़कर अन्य राज्यों में कोरोना का खात्मा लॉकडाऊन के चलते संभव होगा। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्यों के मुख्य मंत्रियों से सीधी बात भी की थी जिसमें अधिकतर मुख्यमंत्री लॉकडाऊन जारी रखने के पक्षधर थे। यूनिवर्सिटी का कहना है कि अगर भारत इसी तरह लॉकडाऊन का पालन करता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब कोरोना स्वयं ही भाग जाएगा। अब तक की रिपोर्ट अनुसार आस्ट्रेलिया, हांगकांग, सिंगापुर, फिलपाइन, न्यूजीलैंड आदि देशों में कोरोना संक्रमण आखरी सांसे गिन रहा है। 

कैद जैसी स्थिति काट रहे लोगों 
एक ओर तो कोरोना संक्रमण महामारी के बाद बैकफुट पर जा रहा है जबकि दूसरी ओर पिछले डेढ़ महीने से कैद जैसी स्थिति काट रहे लोगों के सब्र का बांध भी टूटने लगा है। सोशल मीडिया सहित कई चैनलों पर साफ तौर पर देखा जा रहा है कि लोग पुलिस के साथ हाथापाई कर रहे है और कर्फ्यू व लॉकडाऊन की उल्लंघना कर रहे है। पुलिस द्वारा कर्फ्यू उल्लंघन के हजारों मामले दर्ज भी किए गए ओर लाखों लोगों को गिरफ्तार भी किया गया बावजूद इसके लोग आदेश मानने को तैयार नहीं। स्थिति भी कुछ ऐसी बनती जा रही है जिसके चलते प्रवासी लोग अपने घर को जाना चाहते है लेकिन उनके पास कोई साधन नहीं यहां तक कि लोग पैदल ही सैंकड़े किलोमीटर का सफर तय करने के लिए उतावले है। 

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