कर्जे को लेकर किसानों ने बैंक समक्ष किया चक्का जाम

punjabkesari.in Thursday, May 17, 2018 - 12:09 PM (IST)

रामपुरा फूल (तरसेम): स्थानीय को-ऑप्रेटिव बैंक से संबंधित गांव गिलकलां, भूंदड़, रामपुरा, जेठूके आदि के किसानों द्वारा फसल के लिए उक्त बैंक से कर्ज लेना था लेकिन बैंक द्वारा बनता कर्जा 14 हजार रुपए प्रति एकड़ की बजाय 9900 रुपए देने की बात की गई लेकिन किसानों द्वारा 14 हजार रुपए की मांग रखी गई जो बैंक अधिकारियों द्वारा नहीं मानी गई। इसके रोष में किसानों द्वारा बैंक समक्ष धरना लगाकर बैंक अधिकारियों व पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस मौके पर किसान गुरचरन सिंह, प्रीतम सिंह, बलवंत सिंह, सुरजीत सिंह, बंत सिंह आदि ने कहा कि जब तक किसानों को खेती कर्जा नहीं मिलेगा तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा लेकिन बैंक अधिकारियों को किसानों के रोष आगे झुकना पड़ा और बैंक द्वारा किसानों को 14 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से चैक दिए गए, तभी किसानों ने धरना समाप्त किया। 

भगता भाई (प्रवीन): किसानों को अपनी फसल पालने के लिए दिए जाने वाले कर्जे में जुबानी हुक्मों के जरिए कट लिए जाने से भड़के किसानों ने आज शहर की को-आप्रेटिव बैंक की ब्रांच समक्ष धरना लगाकर चक्का जाम किया। किसानों ने बताया कि गांव की सोसायटियों द्वारा उनको प्रति एकड़ 15 हजार रुपए नकद व 9 हजार रुपए की खाद और नदीननाशक आदि का हद कर्जा निश्चित हुआ है और कल तक सैंकड़ों किसान को-आप्रेटिव बैंक की ब्रांचों से यह कर्ज ले भी चुके हैं परन्तु आज बैंक द्वारा पैसे लेने आए किसानों को जब 15 हजार की बजाए 10 हजार रुपए दिए जाने लगा तो उन्होंने यह रकम लेने से इंकार कर दिया और बैंक समक्ष धरना लगाकर चक्का जाम कर दिया। शहर की को-आप्रेटिव बैंक के हरप्रीत सिंह ने बताया कि उनको बङ्क्षठडा मुख्य कार्यालय से हुक्म आए हैं और हुक्मों अनुसार ही किसानों को पैसे दे सकते हैं परन्तु किसान इस बात पर अड़े हुए हैं कि लिखित हुक्मों के आधार पर बैंक उनको कम पैसे नहीं दे सकती। बैंक व प्रदर्शनकारियों के बीच हुई बातचीत के बाद बैंक ने 15 हजार रुपए दे दिए और भविष्य में 12 हजार रुपए प्रति एकड़ हद कर्जा देने की बात की। 

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