बिजली की दरों में बढ़ौतरी करने के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसान

punjabkesari.in Monday, Jun 25, 2018 - 01:23 PM (IST)

मानसा(मित्तल): पंजाब के किसानों की तरफ से धान की रोपाई का काम इस समय जोरों पर है। धान की फसल के साथ नरमे की बोई फसल के कार्य को सिरे चढ़ाने के लिए किसानों की जून बुरी है, परन्तु कुदरत की बड़ी मार बारिश की कमी व सरकारों की बेरुखी से किसानों की चिंताओं में दिन-प्रतिदिन विस्तार हो रहा है।  इससे पहले किसानों को बारिश व बिजली की जरूरी सप्लाई की कमी के कारण महंगे भाव का डीजल प्रयोग करने पर आर्थिक बोझ, राज्य सरकार के आदेशानुसार धान की लगवाई में पिछडऩे की चिंता, नहरी पानी की कमी, निर्विघ्न बिजली की 16 घंटे सप्लाई के लिए संघर्ष, मजदूरों की कमी, नरमे की फसल की सिंचाई के लिए सिर्फ 2 घंटे मिलने पर नरमे की फसल सूखने की चिंता से अब ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की दर बढ़ाने पर रोष में किसान सड़कों पर उतर आए हैं और धरने-प्रदर्शन कर रहे हैं।

सरकार किसानों के मसले हल करने के मामले को लेकर चुप 
धान की फसल की सिंचाई के लिए जरूरी नहरी पानी या कृषि मोटर से मिलने वाले पानी की बड़ी मात्रा में जरूरत होती है, परन्तु इस समय किसानों को अपनी बोई हुई धान की फसल की सिंचाई के लिए कृषि मोटरों को मिलने वाली बिजली की निर्विघ्न सप्लाई व नहरी पानी की कमी खटक रही है। सरकार किसानों के उक्त मसले को हल करने के मामले में चुप है। इसके रोष के तौर पर किसान धान की फसल के लिए अपेक्षित नहरी पानी व 16 घंटे निर्विघ्न बिजली की सप्लाई लेने के लिए सड़कों पर उतरे हुए हैं। दूसरी तरफ किसान राज्य सरकार की तरफ से ग्रामीण क्षेत्र को सप्लाई होने वाली बिजली की दरों में वृद्धि करने के विरोध में अब रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। 

किसानों को सता रहा नरमे की फसल सूखने का डर  
पंजाब में किसानों की तरफ से बीजी नरमे की फसल भी सिंचाई के लिए बारिशों की कमी व खेती मोटरों को पूरी बिजली की सप्लाई न मिलने से नरमे की फसल सूखने की ङ्क्षचता सता रही है। इस समय राज्य सरकार नरमे की फसल की सिंचाई के लिए सिर्फ 2 घंटे बिजली की सप्लाई दे रही है। ऐसी स्थिति में किसानों को महंगे भाव का डीजल फूंक कर नरमे की फसल की सिंचाई करनी पड़ रही है। इसके साथ नरमे की फसल को पैराबिलट की बीमारी व सफेद मक्खी आने का डर सताने लगा है। किसानों को सरकार के दावों के बावजूद उनको अपनी फसल से पूरा लाभ मिलने की आशा नहीं। किसानों का कहना है कि केन्द्र सरकार तो पंजाब के अन्नदाता किसानों के साथ हमेशा धोखा करती आ रही है, जिस कारण अब किसानों का सरकार से विश्वास उठता जा रहा है।  

Vatika