कर्ज माफी को लेकर किसानों ने रैली कर DC दफ्तर के समक्ष लगाया पक्का मोर्चा

punjabkesari.in Wednesday, Jan 23, 2019 - 02:50 PM (IST)

मानसा(मित्तल): स्थानीय डिप्टी कमिश्नर दफ्तर समक्ष पंजाब किसान यूनियन के नेतृत्व में खुदकुशियां कर चुके किसानों के पीड़ित परिवारों को मुआवजे दिलाने के लिए और किसानों की कर्ज माफी को लेकर रैली कर पक्का मोर्चा शुरू किया गया। 

रैली दौरान कुल हिंद किसान महासभा के राष्ट्रीय और पंजाब किसान यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष रुलदू सिंह मानसा ने कहा कि देश में समय-समय पर बनी सरकारों ने किसानों, मजदूरों को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया और वोटों के समय वोट हथियाने के लिए लोगों के साथ तरह-तरह के वायदे किए गए परंतु सत्तारूढ़ होने के बाद लोगों को नेता भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जहां 15-15 लाख रुपए हर नागरिक को देने की बात कही थी, वहीं पंजाब के मौजूदा सरकार के कैप्टन ने किसानों व मजदूरों के कर्जे माफ करने की और नशा खत्म करने की गुटका साहिब हाथ में उठाकर कसम खाई थी परंतु कुर्सी संभालते ही कैप्टन जनता के साथ किए गए वायदों से मुकर गए और अब कर्ज खत्म करने का सिर्फ नाटक किया जा रहा है। जत्थेबंदी के प्रांतीय महासचिव गुरनाम सिंह भीखी, प्रांतीय प्रैस सचिव एडवोकेट बलकरन सिंह बल्ली ने ऐलान किया कि यदि सरकार ने मोर्चे की मांगें न मानी तो 11 फरवरी को दोबारा बड़ा इकट्ठ किया जाएगा। 

मुआवजा देने से टाल-मटोल कर रही सरकार : राणा
इस अवसर पर सी.पी.आई. (एम.एल.) लिबरेशन के केंद्रीय कमेटी मैंबर कामरेड राजविंद्र राणा और पंजाब किसान यूनियन के सूबा सीनियर उप प्रधान गोरा सिंह भैणीबाघा ने कहा कि खुदकुशियां कर चुके किसानों के पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने संबंधित यूनिवर्सिटियों की तरफ से लिस्टें जारी की जा चुकी हैं परंतु सरकार की तरफ से उन परिवारों को मुआवजा देने में टाल-मटोल किया जा रहा है। 

यूनियन की मुख्य मांगें
- किसानों पर चढ़ा कर्ज खत्म किया जाए।
- डीजल, पैट्रोल, रसोई गैस और बिजली के बिल आधे करवाए जाएं
- खुदकुशियां कर चुके किसानों के पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपए की सहायता दी जाए।
-सर्वे से बाहर रह गए खुदकुशी पीड़ित परिवारों को सूची में शामिल किया जाए।
-बेसहारा पशुओं का पक्का हल किया जाए।
- बैंकों द्वारा किसानों से गैर-कानूनी ढंग से लिए गए खाली चैक वापस करवाए जाएं
-डाक्टर स्वामी नाथन कमीशन की सिफारिशें लागू की जाएं।

Vatika