बारिश का कहरः 36 घंटों में हजारों एकड़ फसल हुई बर्बाद

punjabkesari.in Thursday, Jul 18, 2019 - 11:34 AM (IST)

मानसा(मनजीत कौर): मानसा जिले में पिछले 36 घंटों दौरान हुई बारिश ने  पिछला रिकार्ड तोड़ दिया है। इस बारिश ने किसानों और आम लोगों का भी भारी नुक्सान किया।  सारे जिले में हजारों एकड़ किसानों की फसलें पानी में बुरी तरह डूब जाने कारण नरमा, धान और हरा चारा बुरी तरह खराब होने के समाचार मिले हैं। वहीं उड़त ब्रांच के टूटने के कारण गांव रामानन्दी की करीब 100 एकड़ फसल खराब होने का समाचार मिला है। 

जानकारी अनुसार जिला मानसा के गांव रामानन्दी के पास उड़त ब्रांच नहर के टूटने के कारण 100 एकड़ फसल में पानी भर गया। किसान नेता राम सिंह भैणीबाघा और उत्तम सिंह ने बताया कि आज सुबह अचानक नहर के टूटने कारण बड़ी संख्या में किसानों की फसलें तबाह हो गई हैं। इसके अलावा स्कूल और गांव में भी पानी घुसने कारण काफी नुक्सान होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि खराब हुई फसलों का तुरंत मुआवजा दिया जाए। 

छप्पड़ के ओवरफ्लो होने से गलियों में भरा पानी  
इसी तरह गांव ऊभा में छप्पड़ के ओवरफ्लो होने के कारण गलियों में पानी भर गया है। जगरूप सिंह पंचायत अफसर मानसा और पुनीत जिन्दल पंचायत सैक्रेटरी की तरफ से यह पानी लोगों की खेतीयोग्य जमीन में निकालने कारण तकरीबन 200 एकड़ फसलों में पानी भरने से फसल बरबाद होने के किनारे है। इस पर कुलदीप सिंह, अमृतपाल सिंह और बूटा सिंह ने जिला प्रशासन से मांग की कि उनकी बरबाद हुई फसल की स्पैशल गिरदावरी करवा कर जल्दी उचित मुआवजा दिया जाए।ऑ

किसानों ने सरकार से की मुआवजे की मांग 
गांव अतला कला, अलीशेर और माखा चहला के करीब 200 एकड़ किसानों की फसल बारिश के पानी में डूब चुकी है। कई किसानों ने जमीन ठेके पर लेकर फसल बीजी थी। भोला सिंह, मक्खण सिंह, हरमल सिंह, सुखदयाल सिंह, प्रगट सिंह आदि किसानों ने सरकार और प्रशाशन पर रोश प्रकट करते कहा कि प्रशाशन का कोई भी अधिकारी उन की सार लेने नहीं पहुंचा और किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। 

घर का गिरा लैंटर
स्थानीय शहर के गौशाला भवन रोड स्थित आप नेता गुरप्रीत सिंह भुच्चर के घर का लैंटर गिरने कारण स्कार्पियो और स्विफ्ट कार का भारी नुक्सान हो गया। इसी तरह वार्ड नं. 7 में एक मकान का लैंटर गिरने से जहां मकान को बड़े स्तर पर नुक्सान पहुंचा है वहीं अंडर ब्रिज से ओवरब्रिज तक रेलवे लाइन के साथ कई घरों में पानी घुस गया। 

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