लोक सभा चुनावों को लेकर जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू

punjabkesari.in Sunday, Jan 13, 2019 - 09:41 AM (IST)

बठिंडा(विजय): शिरोमणि अकाली दल को लोहड़ी के एक दिन पहले जबरदस्त झटका लगा जब उनके 4 टकसाली पार्षद पार्टी को अलविदा कहकर बाहर हो गए। इससे पहले भी 4 अन्य पार्षद पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। शनिवार को पत्रकार सम्मेलन में पार्षदों में शामिल मास्टर हरमिंदर सिंह, राजू मान, निर्मल सिंह संधू, रजिंद्र सिंह सिद्धू और पूर्व पार्षद राजू सरां ने कहा कि वे पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने अकाली दल को अलविदा कहने का मन बना लिया है। अब वे पार्टी से बाहर हो गए हैं। 

उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में पी.ए. का बोलबाला है, जो उन्हें मंजूर नहीं। पिछले कुछ समय से सुखबीर बादल का पी.ए. यादविंद्र सिंह यादी मनमानियां कर उन्हें जलील कर रहा है जबकि वे टकसाली अकाली थे और उन्होंने पार्टी की मजबूती के लिए दिन-रात एक की थी। इस संबंधी पार्टी अध्यक्ष को भी सूचित किया था परन्तु उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। बङ्क्षठडा लोक सभा हलके में हरसिमरत कौर बादल का ही बोलबाला है लेकिन कार्यकत्र्ताओं की कदर घटती जा रही है, आने वाले दिनों में कई अकाली कार्यकर्ता पार्टी से बाहर होंगे।इससे पहले अकाली दल के 4 अन्य पार्षद जिनमें जसवीर सिंह जस्सा, बिल्लू, पूर्व पार्षद भूपिंद्र सिंह पित्थो अध्यक्ष नगर कौंसिल बठिंडा, दर्शन कुमार गर्ग अपने साथियों सहित कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। 

4 पार्षदों का अकाली दल को छोड़कर जाना मंदभागी घटना: सरूप चंद सिंगला
सरूप चंद सिंगला ने कहा कि यह बड़ी मंदभागी घटना है कि 4 पार्षद अकाली दल छोड़कर जा रहे हैं। पार्टी प्लेटफार्म पर बैठकर इसका हल निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि इन्हें किसी से कोई परेशानी थी तो वे पार्टी अध्यक्ष से बात कर सकते थे। वह इन सभी पार्षदों का पूरा सत्कार करते हैं और जल्द ही बैठकर यह मसला हल कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस घटनाक्रम को वह पार्टी हाईकमान के आगे जरूर रखेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यकत्र्ताओं का मनोबल गिरने नहीं देंगे।  

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