गंदे छप्पड़ का पानी ओवरफ्लो हो पहुंचा गांव तक, बीमारियों का खतरा

punjabkesari.in Tuesday, Oct 09, 2018 - 10:09 AM (IST)

बठिंडा (बलविंद्र): गांव चुग्घे कलां के गंदे छप्पड़ का पानी ओवरफ्लो होकर गांव में पहुंच गया है लेकिन प्रशासन सब कुछ देखकर भी अनदेखा कर रहा है, जैसे कि प्रशासन आंखे खोलकर भी गहरी नींद में सो रहा है। प्रशासनिक अधिकारी टालमटोल कर समस्या का हल कुदरती तौर पर होने का इंतजार कर रहे हैं। इस गंदे पानी की वजह से गांव में बीमारियों का खतरा उत्पन्न होना शुरू हो गया है। 

क्या है मामला: गांव में छप्पड़ व धर्मशाला रामदासिया सिख निकट छप्पड़ में गांव का गंदा पानी पड़ता है, जो अक्सर भरे रहते हैं परन्तु गत दिनों बारिश कारण पानी ओवरफ्लो होकर रिहायशी इलाके में पहुंच गया। अब हालत यह है कि गंदा पानी गांव की कई गलियों में भर गया है। मच्छर आदि पैदा होने से डेंगू, मलेरिया आदि बीमारियां फैलने की दहशत बन गई है। यह सिलसिला करीब 4 वर्ष इसी तरह चलता रहा लेकिन अब कुछ समय से लोगों ने यह पाइपें आगे से बंद कर दीं जिस कारण छप्पड़ के पानी की निकासी बंद हो गई। ये पाइपें खोलने को लेकर गांव 2 पक्षों में बंट गया है, जो कई बार आमने-सामने हो चुके हैं। इस संबंधी पीड़ित लोगों ने डी.सी. बठिंडा को शिकायत भी दर्ज करवाई जिसके बाद बी.डी.पी.ओ. सुरजीत कौर द्वारा भी गांव का दौरा किया गया। एक बार नहीं बल्कि उक्त महिला अधिकारी ने गांव के 3-4 चक्कर लगाए लेकिन परनाला वहीं का वहीं है। 

क्या कहते हैं गांव वासी: गांव चुग्घे कलां के सरबजीत शर्मा, कैलो रानी, मेजर सिंह, जगमीत सिंह, कौर सिंह आदि का कहना है कि उनका उद्देश्य किसी के साथ लड़ाई करना नहीं है। वे सिर्फ यह चाहते हैं कि उक्त मामले का हल किया जाए। 

निकासी पाइपें डाली जा रही हैं : बी.डी.पी.ओ.: बी.डी.पी.ओ. सुरजीत कौर का कहना है कि यह मामला 2 गुटों में अटका हुआ है जोकि देरी का मुख्य कारण है। केस अदालत में होने कारण वह बंद पाइपों को खोल भी नहीं सकते। दोनों गुटों का अपना-अपना पक्ष है। मामले का हल अब अलग तरीके से किया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट बनाकर उ"ा अधिकारियों को भेजी गई है। बाकायदा अधिकारियों ने मामले का हल करने के हुक्म भी जारी कर दिए हैं, जिसके लिए & लाख रुपए का एस्टीमेट भी बन चुका है। जल्दी ही पाइपें डालने का काम शुरू हो जाएगा। 

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