​​​​​​​संदिग्ध परिस्थितियों में जेल में कैदी की मौत

punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2020 - 09:18 AM (IST)

 बठिंडा (विजय): नशे के मामले में केंद्रीय जेल में बंद 35 वर्षीय कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिससे जेल प्रशासन व सिविल अस्पताल आमने-सामने हो गए। अस्पताल के डाक्टर का कहना है कि कैदी की मौत 4-5 घंटे पहले हो चुकी थी, जबकि जेल के डा. गगनदीप धालीवाल का कहना है कि दोपहर 3.30 बजे उसकी तबीयत बिगड़ी जिसे तुरंत अस्पताल भेजा गया था। मौत कैसे हुई? इसका खुलासा पोस्टमार्टम के बाद होगा जो बुधवार को 3 डाक्टरों के पैनल द्वारा किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार केंद्रीय जेल में बंद थाना झनीर की पुलिस ने 10 दिसम्बर, 2019 को नशा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। बलविंद्र सिंह पुत्र सुरजीत सिंह वासी अकावाली शूगर से पीड़ित था। मानसा जेल में बंद उक्त कैदी की तबीयत ठीक न होने के कारण 30 दिसम्बर को उसे केंद्रीय जेल बठिंडा में शिफ्ट कर दिया गया था, जिसकी मंगलवार को लगभग 4.30 बजे मौत हो गई। इस मामले में जेल डाक्टर की कारगुजारी पर भी प्रश्नचिन्ह लगता है क्योंकि डाक्टर का कहना है कि उक्त हवालाती जेल के अस्पताल में अपना इलाज करवा रहा था, वह कई दिनों से बीमार भी चला आ रहा था। शाम 3.30 बजे उसकी तबीयत अचानक बिगड़ी जिसको तुरंत सिविल अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया। डा. धालीवाल का कहना है कि उक्त हवालाती ने शूगर की बीमारी के बारे में नहीं बताया लेकिन आज सुबह उसकी शूगर काफी बढ़ी हुई थी, जिसका इलाज चल रहा था। सिविल अस्पताल भेजने से पहले उसकी सांसें चल रही थीं, यहां तक कि उसने पानी भी पिया। जेल स्टाफ जैसे ही उक्त हवालाती को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचा तो वहां एमरजैंसी में तैनात डा. गुरमेल सिंह ने जांच की तो उसकी मौत हो चुकी थी। उसका शरीर पूरा अकड़ा हुआ था जिससे रैगरमोटिस हो चुका था। यह तभी होता है जब मौत 4-5 घंटे पहले हो चुकी हो। उन्होंने बताया कि 4.35 पर हवालाती बलविंद्र एम्बुलैंस द्वारा सिविल अस्पताल पहुंचा था।

क्या कहना है जेल के डाक्टर का
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 संबंधी जेल के डा. धालीवाल का कहना है कि 3.30 बजे उसे भेजा गया था। 3 डाक्टरों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट जारी की जाएगी, उसके आधार पर अगली कार्रवाई होगी। एमरजैंसी में तैनात डा. गुरमेल सिंह का कहना है कि इसकी सूचना जिला प्रशासन अधिकारियों को दी जा चुकी है, उनके आदेश पर ही डाक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा।

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