इमीग्रेशन, आईलैट्स व PG हाऊस पर पुलिस ने की छापामारी

punjabkesari.in Friday, Jul 12, 2019 - 09:12 AM (IST)

बठिंडा(विजय): विदेश भेजने के नाम पर आम लोगों से ठगी व धोखाधड़ी को लेकर बठिंडा पुलिस ने एक बड़े आप्रेशन में अजीत रोड स्थित छापामारी कर 150 से अधिक आईलैट्स, इमीग्रेशन सैंटर व पी.जी. हाऊस खंगाले। एस.पी. सिटी जसपाल सिंह के नेतृत्व में एक दर्जन से अधिक अधिकारियों व कर्मियों ने सभी आईलैट्स व विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले संस्थानों चैकिंग की। पुलिस ने इन संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थियों से भी पूछताछ की।

एस.एस.पी. डा. नानक सिंह ने बताया कि पिछले लंबे समय से अजीत रोड स्थित गैर कानूनी ढंग से चल रहे पी.जी.हाऊस, इमीग्रेशन  व आईलैट्स  सैंटर की शिकायतें आ रही हैं जिसके मद्देनजर अचानक छापामारी कर रिकार्ड चैक किया। उन्होंने बताया कि अधिकतर शिकायतें थी कि लोग वीजा लगाने, टिकट खरीदने के नाम पर पैसा लेते थे जोकि उनका अधिकार नहीं। इन सभी इमीग्रेशन सैंटरों को चेतावनी दी गई कि वह जो काम करते हैं उस संबंधी साईन बोर्ड पर पूरी जानकारी लिखी होनी चाहिए और उनके पास इस धंधे का लाइसैंस भी जरूरी है। अगर किसी के भी दस्तावेजों में कमी पाई गई तो उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होगी। इसी तरह पी.जी. हाऊस के संचालकों की जांच की गई जिसमें कई खामियां पाई गई जिन्हें नोटिस जारी किया गया। पी.जी. में रहने वाले बच्चों की वैरीफिकेशन पुलिस से न करवाना सबसे बड़ी खामी मानी गई है।

नोटिस जारी कर उन्हें स्पष्ट किया गया कि वह हर हालत में वैरीफिकेशन के साथ जरूरी मापदंडों को अपनाए। आईलैट्स केंद्रों को भी चेतावनी दी गई है कि वे आईलैट्स की कोचिंग करने वाले बच्चों से धोखाधड़ी , उनसे पैसे वसूलने व पास करवाने के नाम पर मोटी रकम हड़पने जैसा काम न करें। गौर हो कि बठिंडा के इस क्षेत्र में 170 आईलैट्स कोचिंग सैंटर हैं जबकि दर्जनों की संख्या में इमीग्रेशन सैंटर व सैंकड़ों पी.जी.हाऊस खुले हुए हैं जो कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से अजीत रोड निवासी भी खुश हैं, क्योंकि पी.जी.हाऊस के नाम पर इस रोड पर अवैध धंधा जोरों पर है। कई बड़े गैंगस्टर भी इन पी.जी. में रुकते चले आ रहे हैं व असामाजिक तत्वों का यह आश्रयस्थल बना हुआ है। पुलिस ने इन सभी पी.जी. हाऊस को नोटिस जारी कर रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए कहा था लेकिन अभी तक 60-65 प्रतिशत लोगों ने ही अपने पी.जी. रजिस्ट्रेशन करवाई। घरों में खुले हुए पी.जी. से सरकार को भी करोड़ों रुपए का नुक्सान हो रहा है, क्योंकि घरों में बिजली के कनैक्शन घरेलू है काम व्यापारिक किया जा रहा है। इसी तरह पी.जी. संचालक सरकार को न तो कोई भी ऐसा टैक्स अदा  कर रहे और न ही किसी ने जी.एस.टी. नंबर ले रखे हैं। 

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