बठिंडा में वित्त मंत्री खिलाफ अध्यापक व किसान गरजे

punjabkesari.in Monday, Nov 19, 2018 - 11:37 AM (IST)

बठिंडा: वेतन कटौती व नौकरियां पक्की न करने के विरोध में आज अध्यापकों ने बठिंडा में आई.टी.आई. चौक में पुल पर धरना लगाकर कई घंटे चक्का जाम किया लेकिन पुलिस की योजना को प्रदर्शनकारियों ने फेल कर दिया, जबकि पुलिस व प्रदर्शनकारियों में झड़पें भी हुईं। सांझे मोर्चे ने प्रशासन के प्रस्ताव को ठुकराते बठिंडा भी पक्का मोर्चा लगाने का ऐलान किया। 

जानकारी अनुसार अपनी मांगों के हक हेतु आज सांझा अध्यापक मोर्चे द्वारा मुख्य मंत्री के हलका पटियाला में पिछले 43 दिनों से संघर्ष किया जा रहा है, वहीं हजारों अध्यापकों ने आज वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के हलके पर धावा बोल दिया जिन्होंने मिनी सचिवालय से रोष मार्च शुरू किया और आई.टी.आई. चौक में पुल पर धरना लगा दिया। जिस कारण बठिंडा-मानसा, बठिंडा-डबवाली का सारा ट्रैफिकजाम हो गया। इस दौरान प्रदर्शनकारी सरकार व वित्त मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। भले पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी बातचीत के लिए आमंत्रण देते रहे लेकिन प्रदर्शनकारियों पर इन बातों का कोई असर नहीं हुआ। 

प्रदर्शनकारियों आगे पुलिस की योजना फेल
अध्यापक सांझा मोर्चा व अन्य संगठनों ने ऐलान किया था कि वे रोष मार्च करते हुए वित्त मंत्री के कार्यालय समक्ष पहुंचेंगे, जिससे मुस्तैद होते बङ्क्षठडा पुलिस ने वित्त मंत्री के कार्यालय को जाने वाले रास्तों को पूरी तरह सील कर दिया और सख्त पहरे लगाए गए परन्तु मिनी सचिवालय सामने एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों का विशाल इक_ नारेबाजी करता हुआ आई.टी.आई. चौक तरफ चल पड़ा और वहां जाकर धरना लगा दिया। पुलिस ने तेजी से प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की लेकिन पुलिस की मामूली गिनती प्रदर्शनकारियों को रोक न सकी। इस दौरान पुलिस व प्रदर्शनकारियों में झड़पें भी हुईं। दूसरी तरफ वित्त मंत्री कार्यालय के रास्ते देर रात तक सील रहे, क्योंकि पुलिस को रात तक डर था कि वित्त मंत्री के कार्यालय का घेराव हो सकता है। 

क्या हैं मांगें
-एस.एस.ए. रमसा व आदर्श मॉडल स्कूलों के अध्यापकों को पक्का किया जाए
-अध्यापकों के वेतन में की कटौती का फैसला रद्द किया जाए। 
- 5178 अध्यापकों को नवम्बर 2017 से रैगुलर किया जाए। 
-कंप्यूटर अध्यापकों, ई.जी.एस., ए.आई.ई., एस.टी.आर., आई.ई.वी., आई.आर.ई.टी., नॉन टीचिंग स्टाफ, शिक्षा प्रोवाइडर व आदर्श स्कूल अध्यापकों को शिक्षा विभाग में लिया जाए। 

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