छात्रों के माध्यम से आतंकी देशभर में आतंक फैलाने की फिराक में

punjabkesari.in Thursday, Apr 25, 2019 - 12:00 PM (IST)

बठिंडा (विजय): देश की सभी यूनिवर्सिटियों में राज्यों का प्रवेश में कोटा होने से सभी राज्यों के छात्र कई वर्षों से एडमीशन लेते आ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के लिए भी यूनिवर्सिटियों में कोटा निर्धारित किया हुआ है। देश के विभिन्न राज्यों में जे.एंड के. के छात्र पढ़ाई कर रहे हैं।

आतंकी संगठनों की नजर जे.एंड के. उन सभी छात्रों पर है जो दूसरे राज्यों में पढ़ाई कर रहे हैं। आई.एस.आई. के इशारे पर पाकिस्तान के आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर में कई दहाकों से अशांति फैला रहे हैं व वहां के नौजवानों को आतंकी रास्ते पर चलने के लिए उनका माइंड भी वॉश करते हैं। इन आतंकी संगठनों ने अब कालेजों में पढ़ रहे छात्रों के माध्यम से आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की योजना तैयार की है, जिसके सबूत मिलने शुरू हो चुके हैं। खूंखार आतंकी जाकिर मूसा भी चंडीगढ़ सहित कई जिलों में एडमीशन ले चुका है और उसने कई ऐसे छात्रों को संपर्क में रखा हुआ है जो उनके इशारे पर कुछ भी करने को तैयार हैं। जालंधर के थाना मकसूदां पर भी बमों से हमला वहां पढ़ रहे छात्रों ने किया था जिन्हें बाद में गिरफ्तार किया गया। अब पुलवामा हमले के तार भी बठिंडा से जुडऩे शुरू हो चुके हैं। मंगलवार को जम्मू- कश्मीर की पुलिस ने केंद्रीय यूनिवर्सिटी से हिलाल अहमद मिंटू को गिरफ्तार किया जिस पर आरोप है कि पुलवामा घटना में उसने अहम भूमिका निभाई थी। विस्फोट के लिए सर्कट भी मिंटू द्वारा तैयार किया गया था।

 

देखने को भोलाभाला लगता था मिंटू  
कालेज में एम.एड. की पढ़ाई कर रहे मिंटू के बारे में उसके साथियों का कहना है कि देखने को वह भोलाभाला लगता था।  वह अन्य खिलाडिय़ों के साथ क्रिकेट भी खेलता था पर किसी को भी अंदेशा नहीं था कि यह इतना खतरनाक भी हो सकता है। खूफियां एजैंसियों की माने तो देशभर में जम्मू-कश्मीर के छात्र फैले हुए हैं। उनके कई ऐसे छात्र भी हैं जो आतंकी गतिविधियों में भी शामिल हैं और किसी को भी महसूस नहीं होने देते। अलकायदा की तर्ज पर पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन इन छात्रों को अच्छी पढ़ाई करवाकर इनसे कोई बड़ी घटना को भी अंजाम दिलवा सकते हैं। जैसा कि अमरीका में ट्रेड सैंटर पर अलकायदा के पायलटों ने जहाजों को मिसाइल के तौर पर प्रयोग करते हुए हमला किया था, जिसमें हजारों लोग मारे गए थे। अलकायदा की यह बहुत बड़ी साजिश थी पहले उन्होंने युवक भर्ती किए फिर उन्हें पायलट की ट्रेनिंग के साथ नौकरी तक दिलवाई और बाद में उनसे ट्रेड सैंटर पर हमला करने के निर्देश भी दिए। कहीं ऐसा तो नहीं जे.एंड के. के इन छात्रों को भी इसी तर्ज पर आतंकी संगठन प्रयोग करना चाहते हैं। 

 

9 बड़े शैक्षणिक संस्थानों में 150 जम्मू-कश्मीर के छात्र कर रहे हैं पढ़ाई
शहर में 9 बड़े शैक्षणिक संस्थान हैं जिनमें जम्मू-कश्मीर के कई छात्र पढ़ भी रहे हैं। केन्द्रीय यूनिवॢसटी में कुल 1400 छात्र हैं जो उच्च शिक्षा हासिल कर रहे हैं जबकि इनमें लगभग 150 जम्मू-कश्मीर के छात्र भी शामिल हैं। केंद्रीय यूनिवर्सिटी के उप कुलपति आर.के. कोहली का कहना है कि राष्ट्रीय स्तर पर जे.एंड के. छात्रों का कोटा है, जिसके तहत उन्हें दाखिला मिला हुआ है। करीब 150 छात्र अभी भी वहां पढ़ रहे हैं जो वहां के होस्टल में रह रहे हैं। इसी तरह आदेश यूनिवर्सिटी, महाराजा रणजीत यूनिवर्सिटी, गुरु काशी यूनिवर्सिटी, बाबा फरीद यूनिवर्सिटी सहित सभी बड़े उच्च शैक्षणिक स्थानों में बड़ी मात्रा में जम्मू- कश्मीर के विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। सभी छात्र तो आतंकी नहीं हो सकते लेकिन इनमें से कुछ आतंकी संगठनों के संपर्क में हो भी सकते हैं।  

700 में से 200 पी.जी. ने ही अभी तक करवाया है पंजीकरण 
बठिंडा में लगभग 700 के करीब पी.जी. हैं। अभी तक 200 ने ही पंजीकरण करवाया है। इन पी.जी. हाऊस में कई शातिर गैंगस्टर भी पनाह ले चुके हैं और इन्हीं में आतंक से जुड़े लोग भी हो सकते हैं। बरहाल यह काम पुलिस व खूफिया एजैंसियों का है कि पी.जी. सहित धर्मशाला, होटल, किराए के घरों, धार्मिक स्थलों में कौन लोग रह रहे है?

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