राज्य सरकार व जिला प्रशासन को मसले का हल करने के लिए दिया 20 तक का अल्टीमेटम

punjabkesari.in Monday, Sep 17, 2018 - 11:12 AM (IST)

मानसा (मित्तल): श्री गुरु गोबिंद सिंह आदर्श स्कूल साहनेवाली में कुछ व्यक्तियों की तरफ से धरना लगा कर स्टाफ को रात तक अंदर बंद करके रखने के बाद प्रिंसीपल समेत 21 के करीब अध्यापकों ने रोष के तौर पर अपने इस्तीफे देने के मामले ने उस समय नया मोड़ ले लिया जब दूसरी पक्ष की तरफ से विभिन्न जनतक जत्थेबंदियों को लेकर पंजाबी मातृभाषा सत्कार कमेटी के लक्खा सिधाना, राजविन्दर सिंह राएखाना व बाबा दविन्दर सिंह द्वारा आज यहां मानसा में प्रैस कान्फ्रैंस करके अपना पक्ष जाहिर करते स्कूल प्रिंसीपल की तरफ से गुंडागर्दी करने के लगाए दोषों को सिरे से नकार दिया गया। 

उन्होंने स्कूल में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरे चैक करके रा’य सरकार व जिला प्रशासन से इस मामले की बारीकी के साथ उ‘च स्तरीय जांच करवाने की मांग की। उन्होंने रा’य सरकार व जिला प्रशासन को यह अल्टीमेटम भी दिया कि यदि 20 सितम्बर तक मसले का कोई हल न निकला तो विभिन्न जनतक जत्थेबंदियों व स्कूल विद्यार्थियों के मां-बाप को साथ लेकर बड़े स्तर पर संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पंजाबी मातृभाषा को उच्च रुतबा दिलाने के लिए 1967 में कानून बनाया गया। इस संबंधी भाषा विभाग पंजाब की तरफ से कई पत्र भी जारी हो चुके हैं परन्तु इस आदर्श स्कूल में अंग्रेजी व हिंदी भाषा में उपदेश लिखे जा रहे हैं। इस के साथ मातृभाषा पंजाबी लिखने पर उक्त स्कूल प्रिंसीपल की तरफ से विद्यार्थियों से जुर्माने वसूल कर पंजाब मातृभाषा का घोर अपमान किया जा रहा था।

बच्चों के मां-बाप व लक्खा सिधाना ने कहा कि प्रिंसीपल को राजनीतिक शह होने पर कुछ अध्यापकों, बच्चों के मां-बाप व उन पर मामला दर्ज किया गया है। वह ऐसे मामलों से घबराऐंगे नहीं, जहां बच्चों के भविष्य व पंजाब के हितों का सवाल हो, वह हर समय उन के साथ हैं। उन्होंने कहा कि बेशक पूरे स्टाफ को बहाल कर लिया जाए परन्तु प्रिंसीपल को इस स्कूल में नहीं रहने दिया जाएगा। इस मौके इस मसले को हल करने के लिए उन्होंने शर्तों के तौर पर अहम मांगें जैसे कि झूठे मुकद्दमे को रद्द किया जाए, पंजाबी मातृभाषा को बनता सत्कार दिया जाए, ब‘चों के मां-बाप की सांझी कमेटी बनाई जाए, किताबें/वर्दी में आर्थिक लूट को बंद किया जाए। दूसरे तरफ स्कूल प्रिंसीपल का कहना है कि उन की तरफ से सरकार के आदेशों मुताबिक स्कूल में पंजाबी मां बोली को पूरा सत्कार दिया जा रहा है परन्तु कुछ लोग निजी रंजिश कारण उन पर झूठे इल्जाम लगा रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक पुलिस की तरफ से मामले में नामजद किए व्यक्तियों खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती तब तक उनका स्टाफ इस्तीफे वापस नहीं लेगा। वर्णनयोग है कि इस स्कूल आगे धरना लगाने के मामले को लेकर पुलिस ने लक्खा सिधाना समेत 40 के करीब व्यक्तियों खिलाफ मामला दर्ज किया था।

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