कोरोना के बिगड़े हालातों के बीच कैप्टन ने PM मोदी से रखी ये मांग, जल्द किया जाए पूरा

punjabkesari.in Friday, Apr 23, 2021 - 05:38 PM (IST)

चंडीगढ़ः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को करोना वायरस की ताजा लहर में सबसे अधिक प्रभावित 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा कर महामारी की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पंजाब को ऑक्सीजन, जरूरी दवाईयां और टीके के निर्धारित कोटे की नियमित सप्लाई भेजी जाने की अपील की।  

ऑक्सीजन सप्लाई यकीनी बनाने के लिए ज़रूरी कदम उठाने की भी की मांग
18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लिए बनाई नयी टीकाकरण नीति को राज्यों के लिए पक्षपाती करार देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने आज 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लिए शुरू होने वाले टीकाकरण के लिए केंद्र और राज्यों की बराबर हिस्सेदारी की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने उपयुक्त ऑक्सीजन सप्लाई यकीनी बनाने के लिए ज़रूरी कदम उठाने की मांग भी की है। गंभीर कोविड मरीज़ों के इलाज के लिए सबसे अधिक ज़रूरी दवा के तौर पर इसकी गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा ऑक्सीजन की मांग को कम से कम करने के लिए सभी उपाय अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि भारत सरकार यह ज़रूर यकीनी बनाए कि दूसरे राज्यों में लिक्विड ऑक्सीजन उत्पादकों द्वारा इसके आवंटन संबंधी अपनी सभी वचनबद्धताओं का पालन किया जाए। उन्होंने कहा, ’’मौजूदा समय में यह हो नहीं रहा। पंजाब में ऑक्सीजन की सप्लाई हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से होती है और सप्लाई को हाईजैक किए जाने की खबरें हैं।’’ टीकाकरण की मुहिम बारे मुख्यमंत्री ने बताया कि एक निर्माता द्वारा घोषित की गई दरों पर पंजाब सरकार को 1000 करोड़ रुपए से अधिक लागत आयेगी। उन्होंने टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार की फंडिंग की मांग की और अंतरिम तौर पर एस.डी.आर.एफ. फंड में से जायज खर्च करने की आज्ञा दी जाए।

पिछले एक हफ्ते से घटी टीकाकरण मुहिम की रफ़्तार
उन्होंने आगे कहा कि आखिरी टीकाकरण बूथ तक सप्लाई चेन जारी रखने के लिए रेगुलर टीकाकरण सप्लाई ज़रूर यकीनी बनाई जाए। उन्होंने कहा कि सप्लाई की कमी के कारण पिछले एक हफ्ते से टीकाकरण मुहिम की रफ़्तार घटी है जोकि 75-80,000 रोज़ाना की है। उन्होंने यह बात ज़ोर देकर कही कि पंजाब को कल ताज़ा सप्लाई मिली है और टीकाकरण की मांग बढऩे से मौजूदा स्टॉक सिर्फ़ तीन दिन तक ही चलेगा। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 1 मई के बाद केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध करवाए जा रहे टीके की मात्रा बारे स्पष्टता की कमी और अलग-अलग राज्यों और प्राईवेट खरीददारों को की जाने वाली सप्लाई को नियमित करने संबंधी चिंता ज़ाहिर की। उन्होंने बताया कि 18-45 वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण संबंधी रणनीति तैयार करने बारे सलाह-मशवरे के लिए राज्य सरकार द्वारा वायरोलॉजिस्ट डॉ. गगनदीप कंग के नेतृत्व में एक माहिरों का समूह बनाया है। केंद्र द्वारा इसमें राज्यों को अपनी कीमत पर टीका लगाने की आज्ञा दी गई है। मुख्यमंत्री ने रैमेडैसिवर और टोसी जैसी दवाओं की कमी और काला बाजारी की तरफ भी इशारा किया जो मीडिया और आम लोगों में बहुत दहशत पैदा कर रही है। हालाँकि केंद्र सरकार इनकी सप्लाई बढ़ाने के लिए यत्न कर रही है परन्तु लोगों को यह बताने के लिए एक स्पष्ट संदेश देना पड़ेगा कि उनके पास जादू की छड़ी नहीं है और इनके विकल्प भी उपलब्ध हैं। राज्य में एंटी-वायरल रैमेडैसीवर टीकों की कमी और टोसी टीकों की जीरो उपलब्धता की तरफ इशारा करते हुये उन्होंने कहा कि हालाँकि अस्पताल गंभीर मरीजों के इलाज के लिए प्रोटोकोल की पालना कर रहे हैं और वैकल्पिक दवाओं का प्रयोग कर रहे हैं।


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Vatika

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