...तो कांग्रेस को पंजाब में सरकार रिपीट करना हो जाएगा असंभव

punjabkesari.in Tuesday, Aug 25, 2020 - 06:08 PM (IST)

चंडीगढ़: राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा एवं शमशेर सिंह दूलो ने जिस प्रकार से कैप्टन अमरेन्द्र व सुनील जाखड़ के विरुद्ध मोर्चा खोला हुआ है ऐसी कल्पना शायद ही किसी ने की होगी। हाईकमान न तो इस लड़ाई को खत्म करने के  लिए अभी तक आगे आ पाया है और न ही वर्करों में फैल रही भ्रांतियों को दूर करने में सफल हो सका, अब तो यूथ कांग्रेस के नेता भी माफिया को लेकर बेखौफ सरकार के विरुद्ध बयानबाजी कर रहे हैं। अगर पंजाब में कांग्रेस सरकार पुन: रिपीट न हो पाई तो सबसे अधिक दोष कांग्रेस हाईकमान के ऊपर होगा क्योंकि अभी भी पंजाब में कांग्रेस के समक्ष बंटा हुआ विपक्ष है, जो अपने आप को राजनीतिक रूप से सुदृढ़ करने और लोगों का विश्वास जीतने के लिए हाथ-पांव मार रहा है। 

माइनिंग का मुद्दा अकालियों के समय से भी बड़ा हो गया है, शराब का मुद्दा विराट रूप ले चुका है। ऐसी ही स्थिति बरगाड़ी कांड को लेकर है। ऐसे में पंजाब में अपनी मजबूत पकड़ को धीरे-धीरे कांग्रेस खोती जा रही है और इसमें अगर सबसे अधिक किसी का दोष है तो वह है कांग्रेस हाईकमान का।  पंजाब में कांग्रेस की बिगड़ती हुई राजनीतिक परिस्थितियों को प्रदेश की जनता बहुत गहराई से देख रही है। जब अपने ही नेता सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने में सफल हो रहे हों तो निश्चित रूप से उस सरकार का रिपीट होना असंभव होता है। 


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Vaneet

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