सिद्धू को श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश होने का कोई अधिकार नहीं : चंदूमाजरा

punjabkesari.in Sunday, Sep 16, 2018 - 12:04 PM (IST)

चंडीगढ(अश्वनी): सीनियर अकाली नेता प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने आज हैरानी प्रकट करते हुए कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू जैसा व्यक्ति, जोकि ऐसी धार्मिक रीतें करता है जिनकी सिख धर्म में सख्त मनाही है, गुरसिख व्यक्तियों के खिलाफ अपनी नफरत का इजहार करने के लिए कौन से मुंह से श्री अकाल तख्त साहिब के सामने पेश हुआ था।

प्रो. चंदूमाजरा ने कहा कि वह सिख धर्म के बारे में बात करने से पहले सिख मर्यादा के सिद्धांतों की जानकारी लें और साबत सूरत सिख (दाड़ी-मूंछ-पगड़ी धारण किया हुआ सिख) बनकर दिखाएं। उन्होंने कहा कि आप एक पतित सिख हो। आप एक साबत सूरत सिख बनने के स्थान पर टी.वी. शो को अधिक महत्व देते हो। सिख धर्म के मुद्दों पर बोलने का अधिकार प्राप्त करने के लिए पहले आप साबत सूरत सिख बनो। प्रो. चंदूमाजरा ने कहा कि हमें सिद्धू के साबत सूरत होने या न होने से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि यह उनका निजी मामला है परंतु सिख धर्म में वर्जित रीतों को अपनाने पर सिद्धू को सिख मामले पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।

प्रो. चंदूमाजरा ने कहा कि सिद्धू ने स्वयं को श्री अकाल तख्त साहिब के समक्ष हास्य का पात्र बनाया है। सिद्धू एक ऐसी पार्टी का नुमाइंदा है, जोकि सिखों की कातिल है। इस पार्टी ने 1984 में श्री हरिमंदिर साहिब पर हमले के दौरान श्री अकाल तख्त साहिब को तोपों से ढहाया था, जिसको सिख कभी भी भुला नहीं पाएंगे। 

Des raj